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सिंबायोसिस यूनिवर्सिटी, इंदौर का 7वां दीक्षांत समारोह सम्पन्न: कौशल आधारित शिक्षा और उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए विद्यार्थियों का सम्मान
Jagran Desk
मुख्य अतिथि इंदर सिंह परमार और विशिष्ट अतिथियों की उपस्थिति में विभिन्न संकायों के विद्यार्थियों को उपाधियाँ प्रदान; एनआईआरएफ 2025 में भारत की #2 रैंक पर विश्वविद्यालय को बधाई
सिंबायोसिस यूनिवर्सिटी ऑफ एप्लाइड साइंसेस (एसयूएएस), इंदौर का सातवाँ दीक्षांत समारोह बुधवार को विश्वविद्यालय परिसर में गरिमा और उत्साह के साथ संपन्न हुआ। कौशल आधारित शिक्षा को बढ़ावा देने और विद्यार्थियों की वार्षिक उपलब्धियों का सम्मान करने के उद्देश्य से आयोजित इस समारोह में बड़ी संख्या में विद्यार्थी, अभिभावक और शैक्षणिक समुदाय के सदस्य उपस्थित रहे।

समारोह के मुख्य अतिथि मध्यप्रदेश के उच्च शिक्षा, आयुष एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री श्री इंदर सिंह परमार थे। उनके साथ राज्य के कौशल विकास एवं रोजगार मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ. गौतम टेटवाल विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद रहे। उद्योग जगत से कोटक महिंद्रा बैंक के बिज़नेस हेड एवं एसवीपी श्री अमित पांडे और रीटेलर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (RAI) के सीईओ श्री कुमार राजगोपालन भी विशेष रूप से आमंत्रित अतिथि के रूप में शामिल हुए।
कार्यक्रम की अध्यक्षता सिंबायोसिस फाउंडेशन के संस्थापक एवं विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. (डॉ.) एस. बी. मुजुमदार ने की। उनके साथ सह-कुलपति डॉ. स्वाति मुजुमदार, कुलपति प्रो. (डॉ.) विनीत कुमार नायर और कुलसचिव डॉ. मनीष झा मंच पर उपस्थित रहे।

दीक्षांत समारोह में विश्वविद्यालय के विभिन्न संकायों—कंप्यूटर साइंस एंड आईटी, मेकाट्रॉनिक्स, बीएफएसआई, रिटेल मैनेजमेंट, डिजिटल मीडिया एंड मार्केटिंग, डेटा साइंस तथा लॉजिस्टिक्स एंड सप्लाई चेन मैनेजमेंट—के विद्यार्थियों को उपाधियाँ प्रदान की गईं। विश्वविद्यालय प्रशासन के अनुसार इस वर्ष कौशल आधारित शिक्षा से प्रशिक्षित विद्यार्थियों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की गई है, जो उद्योगों की मांग के अनुरूप है।
अपने संबोधन में प्रो. (डॉ.) मुजुमदार ने कहा कि शिक्षा केवल डिग्री प्रदान करने का माध्यम नहीं, बल्कि समाज और मानवता के प्रति उत्तरदायित्व का आधार है। उन्होंने विद्यार्थियों से मूल्य आधारित कार्य संस्कृति अपनाने और राष्ट्र निर्माण में सक्रिय भूमिका निभाने का आह्वान किया। सह-कुलपति डॉ. स्वाति मुजुमदार ने कहा कि उद्योग और शिक्षा के बीच अंतर को कम करने के लिए विश्वविद्यालय सतत प्रयासरत है और विद्यार्थियों को व्यावहारिक अनुभव आधारित प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है।
मुख्य अतिथि श्री इंदर सिंह परमार ने मध्यप्रदेश में कौशल शिक्षा को सशक्त बनाने के लिए एसयूएएस द्वारा किए जा रहे कार्यों की प्रशंसा की। उन्होंने विश्वविद्यालय को एनआईआरएफ 2025 में भारत की #2 रैंक हासिल करने पर बधाई दी और इसे राज्य के लिए गौरवपूर्ण उपलब्धि बताया। डॉ. गौतम टेटवाल ने कहा कि युवा पीढ़ी में उद्यमिता और नवाचार को बढ़ावा देना समय की आवश्यकता है, और एसयूएएस इस दिशा में महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है।
समारोह का समापन कुलपति प्रो. (डॉ.) विनीत कुमार नायर के प्रेरक संदेश के साथ हुआ, जिसमें उन्होंने विद्यार्थियों से सतत सीखने और बदलते वैश्विक परिदृश्य के अनुरूप स्वयं को विकसित करने की अपील की। कुलसचिव डॉ. मनीष झा ने सभी अतिथियों, संकाय सदस्यों और विद्यार्थियों का आभार व्यक्त किया। राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम का औपचारिक समापन किया गया।
यह आयोजन आज की ताज़ा ख़बरों, भारत समाचार अपडेट और उच्च शिक्षा से जुड़े प्रमुख सरकारी अपडेट के रूप में व्यापक पब्लिक इंटरेस्ट स्टोरी बना रहा।
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