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पंचांग: दशमी तिथि पर गुरु का प्रभाव प्रबल, किस समय करें शुभ कार्य?
Dharm, Desk
मार्गशीर्ष मास के कृष्ण पक्ष की दशमी तिथि इस शुक्रवार को पड़ रही है। ज्योतिषिय मान्यता के अनुसार यह तिथि देवगुरु बृहस्पति के प्रभाव में आती है, इसलिए आज का दिन धार्मिक आस्था, सीख-समझ, बड़े निर्णय और वरिष्ठों से मुलाकात के लिए उपयुक्त माना गया है।
जो भी शुभ कार्य करने हों, राहुकाल से बचकर ही आरंभ करें।
आज का विस्तृत पंचांग (14 नवंबर 2025)
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विक्रम संवत: 2081
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माह: मार्गशीर्ष
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पक्ष: कृष्ण पक्ष
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तिथि: दशमी
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वार: शुक्रवार
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नक्षत्र: पूर्वाफाल्गुनी
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योग: एन्द्र
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करण: वणिज
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चंद्र राशि: सिंह
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सूर्य राशि: तुला
सूर्य-चंद्र से संबंधित समय
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सूर्योदय: सुबह 06:51 बजे
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सूर्यास्त: शाम 05:55 बजे
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चंद्रोदय: रात 02:15 बजे (15 नवंबर)
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चंद्रास्त: दोपहर 02:10 बजे
आज का राहुकाल और अन्य अशुभ पहर
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राहुकाल: 11:00 बजे से 12:23 बजे तक
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यमगंड: 15:09 से 16:32
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शुभ कार्य इस अवधि से बचकर करें। इसी तरह गुलिक काल, दुमुहूर्त और वर्ज्यम् में भी महत्वपूर्ण कार्यों की शुरुआत वर्जित मानी गई है।
किस कार्य के लिए शुभ है आज का दिन?
आज चंद्रमा सिंह राशि में रहते हुए पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र पर गोचर करेंगे। यह नक्षत्र तेज, रचनात्मकता और सौंदर्य का प्रतीक माना जाता है।
पूर्वाफाल्गुनी का देवता भगवान शिव और स्वामी ग्रह शुक्र है।
आज के लिए शुभ कार्य:
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पूजा-पाठ और ईश्वर भक्ति
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नए वस्त्र या आभूषण धारण करना
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सौंदर्य, कला और विलासिता से जुड़ी वस्तुएं खरीदना
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वरिष्ठों से मुलाकात, सलाह, मार्गदर्शन
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पारिवारिक शुभारंभ
