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पंचांग: अखुरथ संकष्टी पर शुभ योगों का संगम, रवि पुष्य और सर्वार्थ सिद्धि योग बना संयोग
Dharm, Desk
आज पौष मास के कृष्ण पक्ष की तृतीया तिथि है, जिसका स्वामी अग्नि देव माने जाते हैं। यह तिथि रचनात्मक कार्यों, कला–साधना और नए निर्माण की शुरुआत के लिए विशेष रूप से अनुकूल मानी गई है।
अखुरथ संकष्टी व्रत के साथ आज रवि पुष्य योग और सर्वार्थ सिद्धि योग भी बन रहा है, जिससे दिन का महत्व और अधिक बढ़ जाता है।
आज का पंचांग — रविवार, 7 दिसंबर 2025
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विक्रम संवत: 2082
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मास: पौष
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पक्ष: कृष्ण पक्ष
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तिथि: तृतीया
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वार: रविवार
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योग: शुक्ल
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नक्षत्र: आर्द्रा
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करण: वणिज
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चंद्र राशि: मिथुन
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सूर्य राशि: वृश्चिक
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सूर्योदय: 07:07 बजे
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सूर्यास्त: 05:54 बजे
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चंद्रोदय: 07:55 शाम
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चंद्रास्त: 09:33 सुबह
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राहुकाल: 16:33 – 17:54
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यमगंड: 12:30 – 13:51
आर्द्रा नक्षत्र का प्रभाव – किन कार्यों में सावधानी रखें
आज चंद्रमा मिथुन राशि में आर्द्रा नक्षत्र पर संचरण करेंगे। रुद्र देव इस नक्षत्र के अधिष्ठाता हैं और राहु इसके स्वामी ग्रह।
यह नक्षत्र निम्न कार्यों के लिए अनुकूल माना जाता है:
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बाधाओं से निपटना
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पुरानी संरचनाओं को ध्वस्त करना
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संकट या विरोध का सामना
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तांत्रिक/रहस्यमयी कार्य
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बुजुर्गों का आशीर्वाद प्राप्त करना
किससे बचें:
आर्द्रा नक्षत्र में यात्रा और खरीदारी को अशुभ माना गया है। विशेषज्ञ आज इन दोनों कार्यों से परहेज की सलाह देते हैं।
आज के वर्जित मुहूर्त
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राहुकाल: 16:33–17:54
इस अवधि में शुभ या नवीन शुरुआत से बचना बेहतर रहता है। -
यमगंड, गुलिक काल, दुमुहूर्त और वर्ज्यम्—इनसे भी आज सावधानी रखें।
