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रायपुर में पकड़े गए 10 अवैध बांग्लादेशी वापस भेजे जाएंगे, केंद्र सरकार से मिली मंजूरी
Raipur, CG

छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में पकड़े गए 10 अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी नागरिकों को अब उनके देश वापस भेजा जाएगा।
केंद्र सरकार से अनुमति मिलने के बाद रायपुर पुलिस ने इन्हें भारत-बांग्लादेश सीमा तक पहुंचाने की तैयारी शुरू कर दी है। इन सभी को इसी सप्ताह बीएसएफ के हवाले किया जाएगा, जो उन्हें सुरक्षित उनके देश में पहुंचाएगी।
हावड़ा होते हुए बॉर्डर तक भेजने की तैयारी
सूत्रों के अनुसार सभी अवैध नागरिकों को ट्रेन के ज़रिए पहले हावड़ा और फिर असम ले जाया जाएगा, जहां उन्हें बीएसएफ को सौंपा जाएगा। हालांकि सुरक्षा कारणों को ध्यान में रखते हुए इन्हें सड़क मार्ग से भेजने पर भी विचार किया जा रहा है। अंतिम निर्णय प्रशासन और केंद्र सरकार के निर्देशों के अनुसार लिया जाएगा।
सीएसपी के नेतृत्व में पुलिस टीम ले जाएगी बॉर्डर
इन बांग्लादेशी नागरिकों को वापस भेजने की जिम्मेदारी सीएसपी पुरानी बस्ती राजेश देवांगन को दी गई है। उनकी अगुवाई में एक विशेष पुलिस टीम इन्हें पश्चिम बंगाल या असम के भारत-बांग्लादेश बॉर्डर तक ले जाएगी, जहां से बीएसएफ उन्हें बांग्लादेश भेजने की प्रक्रिया पूरी करेगी।
फर्जी दस्तावेजों के साथ रह रहे थे रायपुर में
रायपुर के टिकरापारा क्षेत्र में छापेमारी के दौरान पकड़े गए इन बांग्लादेशियों के पास से सरकारी दस्तावेज और फर्जी आधार कार्ड भी बरामद किए गए हैं। इन्हें बिना वैध अनुमति के भारत में रहना पाया गया। रायपुर के अलावा दुर्ग, राजनांदगांव और रायगढ़ में भी ऐसे ही मामलों में कार्रवाई की जा रही है।
जिन पर केस लंबित हैं, उन्हें नहीं भेजा जाएगा
हालांकि जिन बांग्लादेशी नागरिकों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं, उन्हें फिलहाल वापस नहीं भेजा जाएगा। उनकी कोर्ट में सुनवाई पूरी होने के बाद ही निर्वासन की प्रक्रिया की जाएगी। रायपुर में 6 ऐसे बांग्लादेशियों पर केस दर्ज है, जिनमें एक दंपती, उनकी नाबालिग बेटी और तीन भाई शामिल हैं।
छत्तीसगढ़ में पहली बार इतनी बड़ी कार्रवाई
यह छत्तीसगढ़ में अवैध विदेशी नागरिकों पर पहली संगठित कार्रवाई है। राज्य सरकार और केंद्र के समन्वय से यह प्रक्रिया आगे बढ़ाई जा रही है। संबंधित जिला पुलिस प्रशासन, बीएसएफ और बांग्लादेश दूतावास के बीच लगातार संपर्क बनाए रखा गया है।