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बिलासपुर में तेज रफ्तार कार तीन बार पलटी, PSC-कैंडिडेट समेत दो छात्रों की मौत; चार गंभीर
CG
रात में खाना खाने निकले छह दोस्तों की कार सेंदरी के पास अनियंत्रित होकर झाड़ियों में घुसी; घटना से क्षेत्र में शोक, पुलिस जांच जारी।
छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में रविवार देर रात तेज रफ्तार कार के अनियंत्रित होकर तीन बार पलटने से PSC अभ्यर्थी समेत दो युवकों की मौत हो गई, जबकि चार छात्र गंभीर रूप से घायल हैं। हादसा कोनी–सेंदरी रोड पर हुआ, जहां युवाओं की कार झाड़ियों में जा घुसी। यह घटना रात लगभग 11 बजे के आसपास दर्ज की गई। पुलिस के अनुसार सभी छह युवक रात में खाना खाने रतनपुर रोड की ओर जा रहे थे।
घटना में जान गंवाने वाले युवकों की पहचान ईशु रत्नाकर (26) और भास्कर राजपूत (22) के रूप में हुई है। दोनों बिलासपुर में रहकर प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे थे। ईशु कार चला रहा था और भास्कर फ्रंट सीट पर बैठा था। बाकी चार दोस्त — अभिषेक वर्मा, शेखर चंद्रवंशी, श्याम सिंह राजपूत और एक अन्य युवक पीछे की सीट पर थे। दुर्घटना में कार बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई।
पहली जानकारी के अनुसार कार अत्यधिक तेज रफ्तार से सेंदरी के पास पहुंची ही थी कि अचानक अनियंत्रित हो गई। देखते ही देखते वाहन सड़क से नीचे उतर गया और लगातार तीन बार पलटते हुए झाड़ियों में जा धंसा। टक्कर की तीव्रता इतनी ज्यादा थी कि ईशु और भास्कर की मौके पर ही मौत हो गई। राहगीरों ने शोर सुनकर तुरंत कोनी थाना पुलिस को सूचना दी।
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सूचना मिलते ही पुलिस टीम मौके पर पहुँची और स्थानीय लोगों की मदद से घायलों को बाहर निकाला। चारों घायल युवकों को अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कराया गया है, जहां उनकी हालत अभी भी चिंताजनक बताई जा रही है। पुलिस ने दोनों शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा और परिजनों को सूचना दी। सोमवार दोपहर पोस्टमॉर्टम के बाद शव परिवारों को सौंपे गए।
मृतक ईशु के छोटे भाई आर्यन रत्नाकर ने बताया कि दोनों बिलासपुर में साथ रहकर पढ़ाई कर रहे थे। आर्यन ने कहा कि वे सिर्फ रात का खाना खाने निकले थे, लेकिन तेज रफ्तार ने दो परिवारों से उनके बेटे छीन लिए। दोनों गांवों — खरकेना और जैतपुरी — में शोक का माहौल है।
कोनी थाना पुलिस ने प्रारंभिक जांच में इसे तेज रफ्तार के कारण हुआ हादसा माना है। पुलिस यह भी जांच कर रही है कि कहीं ड्राइवर ने किसी मोड़ पर अचानक ब्रेक लगाने की कोशिश तो नहीं की, जिससे कार संतुलन खो बैठी। वाहन को जब्त कर मैकेनिकल जांच कराई जा रही है। पुलिस का कहना है कि घायलों के बयान लेने के बाद घटनाक्रम और स्पष्ट होगा।
यह हादसा उस समय और गंभीर महसूस होता है, जब प्रदेश में सड़क सुरक्षा को लेकर लगातार जागरूकता अभियान चल रहे हैं। बिलासपुर और आसपास के क्षेत्रों में रात के समय हाई-स्पीड ड्राइविंग दुर्घटनाओं का प्रमुख कारण बताई जाती है। विशेषज्ञों के अनुसार युवा वर्ग में तेज रफ्तार के प्रति आकर्षण कई बार जानलेवा साबित होता है।
इस घटना ने फिर एक बार तेज रफ्तार के खतरे को सामने ला दिया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि सेंदरी रोड पर स्ट्रीट लाइट और स्पीड कंट्रोल उपायों की कमी भी दुर्घटनाओं में योगदान देती है। पुलिस ने स्थान का निरीक्षण कर उच्चाधिकारियों को रिपोर्ट भेजी है। हादसे के बाद क्षेत्र में गश्त बढ़ाने और स्पीड मॉनिटरिंग की मांग भी उठने लगी है।
