- Hindi News
- राज्य
- मध्य प्रदेश
- भोपाल
- बिहार चुनाव में सीएम मोहन यादव का 84% स्ट्राइक रेट: जिन 25 सीटों पर किया प्रचार, उनमें 21 पर एनडीए क...
बिहार चुनाव में सीएम मोहन यादव का 84% स्ट्राइक रेट: जिन 25 सीटों पर किया प्रचार, उनमें 21 पर एनडीए की बढ़त
Bhopal, MP
रुझानों में एनडीए को स्पष्ट बहुमत; एमपी बीजेपी दफ्तर में जश्न, प्रचार में जुटे 75 नेताओं की मेहनत दिखी असर
बिहार विधानसभा चुनाव में वोटों की गिनती शुक्रवार सुबह से जारी है और शुरुआती रुझानों में एनडीए स्पष्ट बहुमत की ओर बढ़ता दिखाई दे रहा है। आज की ताज़ा ख़बरों के अनुसार जैसे-जैसे मतगणना आगे बढ़ रही है, मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी का उत्साह बढ़ता जा रहा है। भोपाल स्थित भाजपा कार्यालय में नेताओं और कार्यकर्ताओं की भीड़ उमड़ पड़ी है। राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय समाचार अपडेट के बीच बिहार का यह चुनाव नतीजा राजनीतिक रूप से खास महत्व रखता है।
इन रुझानों के बीच सबसे अधिक चर्चा में है एमपी के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का चुनाव प्रचार प्रदर्शन। मुख्यमंत्री ने बिहार में कुल 25 सीटों पर प्रचार किया था, जिनमें से 21 सीटों पर एनडीए उम्मीदवार आगे चल रहे हैं। इस तरह उनका स्ट्राइक रेट करीब 84% पर पहुंच गया है, जो राजनीतिक रणनीति और ज़मीनी चुनावी प्रबंधन दोनों में उनकी प्रभावी भूमिका को उजागर करता है।
कौन-सी सीटों पर कैसा प्रदर्शन?
पूर्वी और पश्चिमी चंपारण, पटना, गया, नवादा, मधेपुरा और सहरसा जैसे जिलों में जिन सीटों पर सीएम मोहन यादव ने सभाएं कीं, उनमें अधिकांश जगहों पर एनडीए उम्मीदवारों ने 2020 की तुलना में अधिक वोट प्रतिशत हासिल किया है।
बगहा, सिकटा, नरकटियागंज, पिपरा, मोतिहारी, ढाका, फतुहा, बोध गया और गया टाउन जैसी सीटों पर ‘लीडिंग’ का रुझान एनडीए के पक्ष में मजबूती से कायम है। हालांकि बिस्फी, कटोरिया, फतुहा और मनेर जैसी कुछ सीटों पर एनडीए उम्मीदवार पीछे भी चल रहे हैं।
गौर करने वाली बात यह है कि जिन सीटों पर सीएम यादव ने रोड शो और सभाएं कीं, वहां 2025 के वोट प्रतिशत में औसतन 8–12% तक की वृद्धि देखी गई है। यह संकेत देता है कि एनडीए की चुनावी रणनीति में बाहरी राज्यों के स्टार प्रचारकों का योगदान अहम रहा।
कैसे बनी जीत की जमीन?
पिछले चार महीने से बिहार अभियान में लगे मध्य प्रदेश के लगभग 75 नेताओं ने विभिन्न ज़ोन में रणनीतिक भूमिका निभाई। प्रदेश प्रभारी डॉ. महेंद्र सिंह और संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा को तिरहुत और मिथिला ज़ोन की जिम्मेदारी दी गई थी। तिरहुत की 28 सीटों में से 26 पर और मिथिला की 30 सीटों में से 24 पर एनडीए उम्मीदवार बढ़त बनाए हुए हैं।
इन क्षेत्रों में बूथ प्रबंधन, सामाजिक समीकरण और क्षेत्रीय मुद्दों को केंद्र में रखते हुए प्रचार की रणनीति तैयार की गई थी। भाजपा के वरिष्ठ नेताओं के अनुसार, लोकसभा चुनाव के बाद पहली बड़ी राज्य स्तरीय परीक्षा में यह परिणाम संगठन के सामूहिक प्रयास का प्रमाण है।
आगे क्या?
अधिकृत परिणाम कुछ देर में चुनाव आयोग द्वारा घोषित किए जाएंगे, लेकिन रुझान बताते हैं कि बिहार में एनडीए की सरकार बनना लगभग तय है। एमपी और बिहार, दोनों राज्यों की भाजपा इकाइयों के लिए यह राजनीतिक भरोसे को मजबूत करने वाला परिणाम माना जा रहा है।
भारत समाचार अपडेट में बिहार चुनाव आज की सबसे बड़ी पब्लिक इंटरेस्ट स्टोरी बनी हुई है और अगले कुछ घंटों में आधिकारिक नतीजे राजनीतिक समीकरणों को अंतिम रूप देंगे।
हमारे आधिकारिक प्लेटफॉर्म्स से जुड़ें –
🔴 व्हाट्सएप चैनल: https://whatsapp.com/channel/0029VbATlF0KQuJB6tvUrN3V
🔴 फेसबुक: Dainik Jagran MP/CG Official
🟣 इंस्टाग्राम: @dainikjagranmp.cg
🔴 यूट्यूब: Dainik Jagran MPCG Digital
📲 सोशल मीडिया पर जुड़ें और बने जागरूक पाठक।
👉 आज ही जुड़िए!
