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त्वचा की देखभाल में केसर की बढ़ती भूमिका, आयुर्वेद से लेकर आधुनिक स्किनकेयर तक असरदार
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ग्लो बढ़ाने, दाग-धब्बे कम करने और एजिंग के असर को धीमा करने में मददगार माना जाता है केसर
पारंपरिक घरेलू नुस्खों की ओर बढ़ते रुझान के बीच केसर (सैफ्रन) एक बार फिर स्किनकेयर से जुड़ी चर्चाओं में शामिल हो गया है। आयुर्वेदिक चिकित्सा में सदियों से उपयोग किए जा रहे केसर को अब आधुनिक स्किनकेयर विशेषज्ञ भी त्वचा के लिए लाभकारी मान रहे हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, केसर में मौजूद प्राकृतिक तत्व त्वचा की रंगत, बनावट और सेहत पर सकारात्मक असर डाल सकते हैं।
केसर, जो मुख्य रूप से जम्मू-कश्मीर सहित कुछ सीमित क्षेत्रों में उगाया जाता है, अपने औषधीय गुणों के लिए जाना जाता है। स्किन एक्सपर्ट्स के मुताबिक, इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट, क्रोसीन और सैफ्रनल जैसे तत्व त्वचा को फ्री रेडिकल्स से होने वाले नुकसान से बचाने में मदद करते हैं। यही वजह है कि केसर को एंटी-एजिंग के लिए उपयोगी माना जाता है।
त्वचा की रंगत निखारने में केसर की भूमिका पर भी लंबे समय से चर्चा होती रही है। आयुर्वेदाचार्यों का कहना है कि नियमित और सीमित मात्रा में केसर का उपयोग त्वचा की डलनेस कम कर सकता है और प्राकृतिक ग्लो लाने में सहायक हो सकता है। खासकर सूखी और थकी हुई त्वचा के लिए केसर को फायदेमंद माना जाता है।
दाग-धब्बों और पिग्मेंटेशन को लेकर भी केसर को प्रभावी बताया जाता है। स्किन स्पेशलिस्ट्स के अनुसार, केसर में मौजूद तत्व त्वचा की कोशिकाओं के पुनर्निर्माण में मदद करते हैं, जिससे हल्के दाग और टैनिंग धीरे-धीरे कम हो सकते हैं। यही कारण है कि कई हर्बल फेस पैक और क्रीम में केसर को प्रमुख घटक के रूप में शामिल किया जा रहा है।
संवेदनशील और मुंहासों से प्रभावित त्वचा के लिए भी केसर उपयोगी माना जाता है। इसके एंटी-बैक्टीरियल गुण त्वचा पर बैक्टीरिया के प्रभाव को कम करने में मदद कर सकते हैं। हालांकि विशेषज्ञों का कहना है कि मुंहासों की गंभीर समस्या में केवल घरेलू नुस्खों पर निर्भर नहीं रहना चाहिए।
ब्यूटी इंडस्ट्री में बढ़ती मांग के चलते केसर अब क्रीम, सीरम और फेस मास्क जैसे उत्पादों में व्यापक रूप से इस्तेमाल हो रहा है। स्किनकेयर एक्सपर्ट्स का मानना है कि प्राकृतिक तत्वों की ओर लौटने की यह प्रवृत्ति लंबे समय तक बनी रह सकती है।
हालांकि, डॉक्टर और त्वचा विशेषज्ञ यह भी चेतावनी देते हैं कि केसर का अत्यधिक या गलत तरीके से उपयोग त्वचा पर उल्टा असर डाल सकता है। संवेदनशील त्वचा वाले लोगों को पहले पैच टेस्ट करने की सलाह दी जाती है।
कुल मिलाकर, केसर को स्किनकेयर के लिए उपयोगी माना जा रहा है, लेकिन इसके लाभ तभी सुरक्षित होंगे जब इसका इस्तेमाल संतुलित मात्रा और सही जानकारी के साथ किया जाए।
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