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पंचांग: मंगलवार को संयम जरूरी, विवाद और मुकदमों से बनाएं दूरी, हनुमान पूजा से मिलेगा लाभ
Dharm, Desk
आज मंगलवार, 23 दिसंबर 2025 को पौष मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार यह तिथि भगवान शिव और माता गौरी से जुड़ी मानी जाती है। यह दिन गृह प्रवेश, भवन निर्माण और रचनात्मक कार्यों के लिए अनुकूल माना जाता है, लेकिन विवाद, झगड़े और न्यायिक मामलों के लिए अशुभ फल देने वाला कहा गया है। आज के दिन संयम और धैर्य बनाए रखना विशेष लाभकारी रहेगा।
आज का पंचांग – 23 दिसंबर 2025
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विक्रम संवत: 2082
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मास: पौष
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पक्ष: शुक्ल
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तिथि: तृतीया
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वार: मंगलवार
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योग: व्याघात
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नक्षत्र: उत्तराषाढ़ा
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करण: गर
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चंद्र राशि: मकर
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सूर्य राशि: धनु
सूर्य-चंद्र समय
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सूर्योदय: सुबह 7:16 बजे
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सूर्यास्त: शाम 6:00 बजे
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चंद्रोदय: सुबह 9:41 बजे
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चंद्रास्त: रात 8:27 बजे
अशुभ समय (परहेज योग्य)
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राहुकाल: दोपहर 3:19 से 4:39 बजे तक
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यमगंड: 11:17 से 12:38 बजे तक
इस अवधि में किसी भी शुभ या नए कार्य की शुरुआत से बचना उचित माना जाता है। इसके अलावा गुलिक काल, दुर्मुहूर्त और वर्ज्य काल में भी विशेष सावधानी रखने की सलाह दी जाती है।
आज का नक्षत्र फल – उत्तराषाढ़ा
आज चंद्रमा मकर राशि में स्थित रहकर उत्तराषाढ़ा नक्षत्र में गोचर कर रहे हैं। यह नक्षत्र सूर्य के अधीन माना जाता है और इसकी प्रकृति स्थिरता और दीर्घकालिक सफलता से जुड़ी होती है। इसके देवता विश्वदेव हैं।
इस नक्षत्र में निम्न कार्य शुभ माने जाते हैं—
✔ भूमि क्रय-विक्रय
✔ भवन की नींव या निर्माण कार्य
✔ कुआं या जल स्रोत निर्माण
✔ धार्मिक अनुष्ठान और पूजा
✔ मंदिर निर्माण
✔ बीज बोना और कृषि कार्य
✔ विवाह एवं स्थायी योजनाओं की शुरुआत
आज का विशेष उपाय
मंगलवार होने के कारण हनुमान जी की पूजा करना अत्यंत फलदायी माना जाता है।
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हनुमान चालीसा का पाठ करें
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लाल पुष्प और सिंदूर अर्पित करें
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क्रोध और वाणी पर संयम रखें
ऐसा करने से मानसिक तनाव, विवाद और बाधाओं से राहत मिल सकती है।
23 दिसंबर 2025 का दिन निर्माण, रचनात्मक और दीर्घकालिक कार्यों के लिए शुभ है, लेकिन कानूनी विवाद, झगड़े और टकराव से दूरी बनाए रखना ही समझदारी होगी। संयम, भक्ति और सकारात्मक सोच से दिन को श्रेष्ठ बनाया जा सकता है।
