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पंचांग: पौष कृष्ण अष्टमी पर काल भैरव का अधिकार, शुभ कार्यों से रखें दूरी
Dharm, Desk
आज शुक्रवार, 12 दिसंबर 2025 को पौष मास की कृष्ण पक्ष अष्टमी तिथि है। ज्योतिष अनुसार यह तिथि भगवान शिव के उग्र स्वरूप काल भैरव को समर्पित मानी जाती है। मान्यता है कि इस दिन समय के देवता काल भैरव का विशेष प्रभाव रहता है, इसलिए नए कार्य, शुभ शुरुआत, महत्वपूर्ण वार्ता या मेडिकल ट्रीटमेंट जैसे निर्णयों को टालना ही उचित रहता है।
आज का विस्तृत पंचांग (12 दिसंबर 2025)
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विक्रम संवत: 2082
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मास: पौष
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पक्ष: कृष्ण पक्ष
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दिन: शुक्रवार
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तिथि: कृष्ण पक्ष अष्टमी
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नक्षत्र: उत्तरा फाल्गुनी
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योग: प्रीति
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करण: कौलव
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चंद्र राशि: सिंह
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सूर्य राशि: वृश्चिक
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सूर्योदय: 07:10 बजे
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सूर्यास्त: 05:55 बजे
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चंद्रोदय: रात 01:03 बजे (13 दिसंबर)
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चंद्रास्त: दोपहर 12:39 बजे
उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र क्यों माना जाता है शुभ?
आज चंद्रमा सिंह राशि में गोचर कर रहे हैं और उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र का प्रभाव बना रहेगा।
यह नक्षत्र स्थिर प्रकृति वाला माना जाता है, जिसका स्वामी सूर्य और देवता अर्यम हैं।
इसके अंतर्गत किए जाने वाले शुभ कार्य:
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पढ़ाई या शिक्षा की शुरुआत
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भूमि खरीद
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नींव डालना
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कुआं या जलस्रोत संबंधी कार्य
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पेड़ लगाना
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देव स्थापना
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मंदिर निर्माण
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किसी भी दीर्घकालिक कार्य की शुरुआत
आज का वर्जित समय (अशुभ मुहूर्त)
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राहुकाल: 11:12 से 12:32 बजे
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यमगंड: 15:14 से 16:34 बजे
इन अवधि में कोई भी शुभ काम शुरू करने से बचना चाहिए। इसके अलावा गुलिक काल, दुमुहूर्त और वर्ज्यम् को भी अशुभ माना गया है।
