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सुभाषनगर से एम्स तक प्रायोरिटी कॉरिडोर तैयार; स्टेशन सुरक्षा और मैन्युअल टिकटिंग पर जोर
MP Bhopal
सुभाषनगर से एम्स तक 6.22 किमी का प्रायोरिटी कॉरिडोर तैयार; स्टेशनों की सुरक्षा और निरीक्षण पूरी
भोपाल। राजधानी भोपाल में मेट्रो रेल सेवा जल्द ही कमर्शियल रूप से शुरू होने वाली है। कमिश्नर मेट्रो रेल सेफ्टी (CMRS) की टीम ने प्रायोरिटी कॉरिडोर के लिए ग्रीन सिग्नल दे दिया है, और इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 13 दिसंबर को मेट्रो को हरी झंडी दिखा सकते हैं। हालांकि, यह तारीख फाइनल नहीं है, लेकिन तैयारी इसी के हिसाब से चल रही है।
सूत्रों के अनुसार, फिलहाल मेट्रो स्टेशनों में केवल एक गेट से एंट्री और एग्जिट की सुविधा रहेगी। 10 दिसंबर से सभी स्टेशन वीआईपी-वीवीआईपी सुरक्षा के कारण अस्थायी रूप से बंद रहेंगे। इसके दौरान मेट्रो स्टेशनों पर लिफ्ट, एस्केलेटर और अन्य सुविधाओं की अंतिम जांच पूरी की जा रही है।
सुभाषनगर स्टेशन पर ही प्रधानमंत्री द्वारा कार्यक्रम आयोजित किए जाने की संभावना है, क्योंकि यह स्टेशन डिपो और पर्याप्त जगह के कारण सुविधाजनक है। मेट्रो में कमर्शियल रन के दौरान पहले केवल सुभाषनगर स्टेशन बंद रहेंगे, बाकी स्टेशनों को वीआईपी जाने के बाद आम जनता के लिए खोला जाएगा।
भोपाल मेट्रो की ऑरेंज लाइन का प्राथमिकता कॉरिडोर 6.22 किलोमीटर लंबा है। इसमें कुल आठ स्टेशन शामिल हैं: सुभाषनगर, केंद्रीय स्कूल, डीबी मॉल, एमपी नगर, रानी कमलापति, डीआरएम तिराहा, अलकापुरी और एम्स। मेट्रो का पहला ट्रायल 3 अक्टूबर 2023 को किया गया था, जब मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सुभाषनगर से रानी कमलापति तक सफर किया।
मेट्रो का काम साल 2018 में शुरू हुआ था। एम्स से करोंद तक 16.05 किलोमीटर लंबे पहले रूट में सुभाषनगर से एम्स तक के 6.22 किमी का प्राथमिकता कॉरिडोर तैयार किया गया है। इस दौरान रेलवे ट्रैक पर दो स्टील ब्रिज बनाए गए और स्टेशन निर्माण का काम पूरा हुआ।
कमर्शियल रन के दौरान टिकट मैन्युअली दिए जाएंगे। ऑनलाइन टिकट कलेक्शन सिस्टम फिलहाल लागू नहीं होगा क्योंकि तुर्की की कंपनी का ठेका रद्द हो चुका है। नई एजेंसी आने तक मैन्युअल टिकट सिस्टम जारी रहेगा।
पूर्व में प्रधानमंत्री ने 31 मई 2023 को इंदौर मेट्रो का वर्चुअली लोकार्पण भोपाल से किया था। तब उन्होंने भोपाल मेट्रो का लोकार्पण अक्टूबर में करने की योजना बनाई थी, लेकिन बिहार विधानसभा चुनाव के कारण यह संभव नहीं हो पाया।
सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए जा रहे हैं। मेट्रो स्टेशनों में वीआईपी और वीवीआईपी सुरक्षा के लिए फुल-स्केल तैयारी की जा रही है। शुरुआती सात दिनों में मेट्रो में मुफ्त सफर की सुविधा भी दी जा सकती है। किराया मंथन के बाद तय किया जाएगा, और एमपी नगर स्टेशन पर किराया सूची चस्पा कर दी गई है।
भोपाल मेट्रो के कमर्शियल रन से राजधानी में यातायात का नया विकल्प खुलने जा रहा है। विशेषज्ञों का कहना है कि यह कदम शहर की यातायात सुविधा और आधुनिक ट्रांसपोर्ट इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए महत्वपूर्ण है।
