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पंचांग: त्रयोदशी पर मासिक शिवरात्रि, शिव पूजा और ध्यान के लिए अत्यंत शुभ दिन
Dharm, Desk
मार्गशीर्ष मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि आज मंगलवार को पड़ रही है। यह दिन भगवान शिव को समर्पित माना गया है और आज मासिक शिवरात्रि भी है। शिवभक्तों के लिए यह तिथि उपवास, अभिषेक, रुद्राभिषेक, जप और ध्यान के लिए अत्यंत फलदायी होती है। त्रयोदशी तिथि के स्वामी नंदी होने के कारण आज शिव–नंदी की आराधना का भी विशेष महत्व है।
आज का पंचांग — 18 नवंबर 2025
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विक्रम संवत: 2081
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मास: मार्गशीर्ष
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पक्ष: कृष्ण पक्ष
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तिथि: त्रयोदशी
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वार: मंगलवार
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नक्षत्र: स्वाति
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योग: आयुष्मान
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करण: वणिज
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चंद्र राशि: तुला
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सूर्य राशि: वृश्चिक
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सूर्योदय: 06:54 बजे
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सूर्यास्त: 05:54 बजे
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चंद्रोदय: 19 नवंबर, सुबह 05:51 बजे
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चंद्रास्त: 04:02 बजे
स्वाति नक्षत्र के शुभ फल
आज चंद्रमा स्वाति नक्षत्र में गोचर कर रहे हैं। यह नक्षत्र अस्थायी कार्यों, खरीदारी, यात्रा, बागवानी, नए वाहन लेने, मित्रों से मिलना और योजनाओं की शुरुआत के लिए शुभ माना जाता है। राहु के प्रभाव वाला यह नक्षत्र बुद्धि, गति और स्वतंत्रता प्रदान करता है।
आज के वर्जित समय (अशुभ मुहूर्त)
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राहुकाल: 15:09 से 16:31 बजे
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यमगंड: 11:02 से 12:24 बजे
इन समयों में नए कार्य या शुभ समारोह शुरू करने से बचना चाहिए। इसके अलावा गुलिक काल और वर्ज्यम भी शुभ नहीं माने जाते।
मासिक शिवरात्रि का महत्व
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शिव पूजा से मनोकामना सिद्धि
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तनाव और नकारात्मकता का नाश
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परिवारिक और वैवाहिक समस्याओं में राहत
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आध्यात्मिक ऊर्जा में वृद्धि
आज भगवान शिव पर जल, दूध, बेल पत्र, धतूरा और अक्षत अर्पित करने का विशेष महत्व है।
