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बिना बीमा के उड़ान: सीएम मोहन यादव जिस हेलिकॉप्टर से कर रहे दौरे, उसका इंश्योरेंस 18 अक्टूबर को ही खत्म
Bhopal, MP
फ्रांस की कंपनी के हेलिकॉप्टर पर 70 करोड़ के बीमा प्रस्ताव मांगे गए, लेकिन कोई कंपनी आगे नहीं आई; विमानन विभाग ने नए टेंडर जारी किए
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव इन दिनों जिस हेलिकॉप्टर से आधिकारिक दौरे कर रहे हैं, वह करीब एक महीने से बिना बीमा के उड़ रहा है। 18 अक्टूबर को एयरबस हेलिकॉप्टर्स, फ्रांस द्वारा निर्मित EC 155 B1 मॉडल का बीमा समाप्त हो गया, इसके बावजूद यह विमान राजधानी भोपाल सहित कई जिलों की यात्राओं में उपयोग हो रहा है। यह जानकारी सामने आने के बाद प्रदेश में सुरक्षा मानकों और प्रशासनिक जिम्मेदारी पर सवाल उठ रहे हैं। मामला आज की ताज़ा ख़बरें, भारत समाचार अपडेट, और ट्रेंडिंग न्यूज इंडिया में प्रमुखता से शामिल है।
अधिकारियों के अनुसार, राज्य सरकार ने हेलिकॉप्टर के नए बीमा के लिए विभिन्न कंपनियों से लगभग 70 करोड़ रुपए के कोटेशन आमंत्रित किए थे, लेकिन कोई भी कंपनी आगे नहीं आई। इसके बाद विमानन विभाग ने 14 नवंबर को नया टेंडर जारी किया है, जिसकी अंतिम तिथि 27 नवंबर तय की गई है।
इस बीच, सीएम 15 नवंबर को बिरसा मुंडा जयंती के अवसर पर इसी बिना बीमा वाले हेलिकॉप्टर से आलीराजपुर पहुंचे थे।
विमानन विभाग के अपर मुख्य सचिव संजय कुमार शुक्ल ने कहा कि उन्हें बीमा खत्म होने की जानकारी नहीं है। उन्होंने बताया कि इस मामले में विभागीय कमिश्नर चंद्रमौली शुक्ला ही अधिक स्पष्ट जानकारी दे पाएंगे। विभागीय चुप्पी और अस्पष्ट जवाब प्रशासनिक प्रक्रिया पर और सवाल खड़े कर रहे हैं।
2011 में खरीदा गया था हेलिकॉप्टर
राज्य सरकार ने यह हेलिकॉप्टर वर्ष 2011 में एयरबस हेलिकॉप्टर्स, फ्रांस से खरीदा था। इसका रजिस्ट्रेशन नंबर VD-MPR है और इसमें दो इंजन लगे हैं। इसकी अधिकतम गति 324 किमी प्रति घंटा है और इसमें दो पायलट सहित छह यात्री बैठ सकते हैं।
वर्तमान बीमा शर्तों में हल ऑल रिस्क, वार रिस्क, थर्ड पार्टी लायबिलिटी, पैसेंजर और क्रू की सुरक्षा DGCA नियमों के अनुसार शामिल की जाती है।
सरकार के सामने रखी गई शर्तों के अनुसार किसी भी दुर्घटना, हाईजैक या आतंकी हमले की स्थिति में नुकसान की भरपाई बीमा कंपनी को करनी होती है। इसमें उड़ान, ऑपरेशन और ग्राउंड कवरेज भी शामिल है।
2021 की घटना का फिर उठा संदर्भ
इस खुलासे के बाद वर्ष 2021 की वह दुर्घटना भी फिर चर्चा में है, जब कोरोना काल में राज्य सरकार का किंग एयर B-250 विमान बिना बीमा के क्षतिग्रस्त हो गया था। गुजरात से रेमडेसिविर इंजेक्शन लेकर लौटते समय ग्वालियर एयरबेस पर विमान लैंडिंग से पहले अरेस्टर बैरियर से टकरा गया था, जिससे उसका कॉकपिट और प्रोपेलर ब्लेड बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए थे। विमान मई 2021 तक कुल 210 घंटे उड़ान पूरी कर चुका था।
कांग्रेस ने फिर उठाया सवाल
इसी बीच, प्रदेश कांग्रेस पहले से ही मोहन यादव सरकार द्वारा चैलेंजर 3500 जेट विमान खरीदी पर सवाल उठा चुकी है। कांग्रेस के पूर्व मीडिया सलाहकार केके मिश्रा ने 2021 की दुर्घटना का उदाहरण देते हुए सरकार से पूछा था कि बिना बीमा के विमान संचालन आखिर किस जिम्मेदारी के तहत किया जा रहा है।
वर्तमान स्थिति में, बीमा न होने के बावजूद वीवीआईपी उड़ानों का जारी रहना कई सुरक्षा और प्रशासनिक चिंताओं को जन्म दे रहा है। अब निगाहें 27 नवंबर को आने वाले नए टेंडर और सरकार की अगली कार्रवाई पर टिकी हैं।
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