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गुना की नानाखेड़ी मंडी में किसानों से ठगी का पर्दाफाश: तीन आरोपी गिरफ्तार, चना और ₹1.48 लाख बरामद
Guna, MP
किसान को ज्यादा दाम का लालच देकर कम वजन दिखाया गया; पुलिस ने इलेक्ट्रॉनिक तौल कांटा और ठगा गया माल जब्त किया, पिछले मामले का कनेक्शन भी सामने आया।
गुना की नानाखेड़ी मंडी में चना बेचने पहुंचे किसान के साथ हुई ठगी के मामले में पुलिस ने रविवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। यह मामला किसान अनिल रघुवंशी की शिकायत के बाद सामने आया, जिसमें उनसे अधिक दाम देने का लालच देकर कम वजन तौलकर फसल हड़प ली गई थी। पुलिस ने आरोपियों से 8.40 क्विंटल चना, एक इलेक्ट्रॉनिक तौल कांटा और ₹1.48 लाख नगद जब्त किए हैं।
क्या हुआ था मामला?
4 दिसंबर को ग्राम भादौर, थाना आरोन के किसान अनिल पिता स्व. जसवंत रघुवंशी (35) ने कैंट थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने बताया कि वह नानाखेड़ी मंडी में अपनी चना फसल बेचने पहुंचे थे, जहां मंडी में ₹5080 प्रति क्विंटल की बोली लगी। इसी दौरान व्यापारी प्रदीप गुप्ता, निवासी आर्य नगर, भिंड, चार अन्य साथियों के साथ उनके पास पहुंचा और फसल को ₹100 अधिक दाम पर खरीदने की बात कही।
कैसे हुई ठगी?
किसान अनिल उनकी बातों में आकर फसल बेचने को तैयार हो गए। आरोपियों ने जब चना तौला तो वजन 15 क्विंटल 8 किलो निकाला, जबकि किसान के अनुसार वास्तविक वजन 17 क्विंटल 25 किलो था। वजन में धांधली कर किसानों को ठगने का यह मामला पुलिस के लिए गंभीर बन गया।
पुलिस ने कैसे पकड़े आरोपी?
कैंट पुलिस ने शिकायत के बाद अज्ञात आरोपियों की पहचान शुरू की और मुखबिर की सूचना पर कार्रवाई करते हुए तीन लोगों को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार आरोपियों में—
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दीपक पिता राजाराम अहिरवार (30 वर्ष)
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प्रमोद पिता राम अवतार सिंह भदोरिया (45 वर्ष)
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ब्रजकिशोर पिता रामदास अग्रवाल (48 वर्ष), निवासी भिंड
पुलिस ने उनके कब्जे से 8.40 क्विंटल चना, इलेक्ट्रॉनिक तौल कांटा और ₹1.48 लाख नकद बरामद किए। यह बरामदगी जांच में महत्वपूर्ण साक्ष्य मानी जा रही है।
पहले भी कर चुके थे ठगी
जांच में यह भी सामने आया कि 15 मई को भी नानाखेड़ी मंडी में किसान रामेश्वर पाल, निवासी ग्राम बालाभेंट के साथ इसी तरह की ठगी की गई थी। उस मामले में भी कैंट थाने में अपराध दर्ज हुआ था, जिससे दोनों घटनाओं का कनेक्शन जुड़ गया।
पुलिस की टीम ने निभाई महत्वपूर्ण भूमिका
इस कार्रवाई में थाना प्रभारी TI अनूप कुमार भार्गव, प्रधान आरक्षक दीपेन्द्र सिंह परिहार और आरक्षक मयंक गोस्वामी की अहम भूमिका रही। पुलिस ने बताया कि मंडियों में सक्रिय इस तरह के गैंग पर अब कड़ी निगरानी रखी जाएगी ताकि किसानों को सुरक्षित वातावरण मिल सके।
