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इंडिगो ने पायलट भत्तों में 50% तक की बढ़ोतरी की: 1 जनवरी से लागू होंगे नए नियम, ऑपरेशनल संकट के बाद मनोबल बढ़ाने की पहल
बिजनेस न्यूज
रोस्टर विवाद, बड़े पैमाने पर फ्लाइट कैंसिलेशन और पायलट असंतोष के बीच इंडिगो का अहम फैसला
देश की सबसे बड़ी घरेलू एयरलाइन इंडिगो ने अपने पायलटों के भत्तों में बड़ी बढ़ोतरी का फैसला लिया है। यह फैसला 1 जनवरी 2026 से लागू होगा और इससे एयरलाइन के करीब 5,000 पायलटों को सीधा फायदा मिलेगा। यह कदम ऐसे समय में उठाया गया है, जब हाल के हफ्तों में रोस्टर विवाद, थकान की शिकायतों और बड़े पैमाने पर फ्लाइट कैंसिलेशन के कारण एयरलाइन को तीखी आलोचना का सामना करना पड़ा था।
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, नए नियमों के तहत लेओवर अलाउंस में उल्लेखनीय बढ़ोतरी की गई है। अब कैप्टन को लेओवर के दौरान 2,000 रुपये की जगह 3,000 रुपये मिलेंगे, जबकि फर्स्ट ऑफिसर्स का भत्ता 1,000 रुपये से बढ़ाकर 1,500 रुपये कर दिया गया है। इसके अलावा डेडहेडिंग ट्रिप्स—यानी जब क्रू सदस्य ड्यूटी के लिए यात्री के रूप में यात्रा करते हैं—के लिए भी भत्ते में करीब 50% तक इजाफा किया गया है। इस श्रेणी में कैप्टन का भत्ता 3,000 से बढ़ाकर 4,000 रुपये और फर्स्ट ऑफिसर का 1,500 से बढ़ाकर 2,000 रुपये किया गया है।
एयरलाइन से जुड़े सूत्रों के अनुसार, यह निर्णय हाल ही में पायलटों के साथ हुई कई बैठकों के बाद लिया गया। इन बैठकों में पायलटों ने लंबे ड्यूटी आवर्स, थकान और रोस्टर प्लानिंग से जुड़ी समस्याएं खुलकर रखी थीं। मैनेजमेंट को आशंका थी कि यदि असंतोष जारी रहा, तो पायलटों के इस्तीफे और ऑपरेशनल बाधाएं और बढ़ सकती हैं।
इंडिगो इस समय दोहरी चुनौती का सामना कर रही है। एक ओर DGCA द्वारा लागू किए गए नए फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिट (FDTL) नियमों के कारण क्रू मैनेजमेंट में दिक्कतें आईं, वहीं दूसरी ओर विदेशी एयरलाइंस भारतीय पायलटों को आकर्षक सैलरी और बेहतर वर्क-लाइफ बैलेंस के ऑफर दे रही हैं। इन्हीं कारणों से हाल के महीनों में पायलटों के बाहर जाने की आशंका भी बढ़ी है।
नवंबर के अंत और दिसंबर की शुरुआत में इंडिगो को अपने इतिहास के सबसे बड़े ऑपरेशनल संकट का सामना करना पड़ा था। नए FDTL नियमों के अनुरूप रोस्टर समय पर तैयार न हो पाने के कारण करीब 5,000 उड़ानें या तो रद्द हुईं या देरी से संचालित हुईं। इस स्थिति के बाद DGCA ने इंडिगो के विंटर शेड्यूल में 10% कटौती का निर्देश दिया था।
हालांकि, चुनौतियों के बावजूद इंडिगो बाजार हिस्सेदारी के लिहाज से मजबूत स्थिति में बनी हुई है और घरेलू एविएशन बाजार में इसकी हिस्सेदारी करीब 63% है। विशेषज्ञों का मानना है कि भत्तों में बढ़ोतरी का यह फैसला न केवल पायलटों का मनोबल बढ़ाने में मदद करेगा, बल्कि आने वाले महीनों में ऑपरेशनल स्थिरता लाने की दिशा में भी एक जरूरी कदम साबित हो सकता है।
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