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आज का पंचांग (18 अप्रैल 2025): पंचमी तिथि में इन कार्यों से मिलेगा पुण्यफल, जानें शुभ-अशुभ समय
Dharm Desk

वैशाख मास के कृष्ण पक्ष की पंचमी तिथि आज आध्यात्मिक उन्नति और तीर्थ यात्राओं के लिए विशेष मानी गई है।
शुक्रवार का दिन और नाग देवता की उपस्थिति इसे और भी पावन बनाती है। आज ज्येष्ठा नक्षत्र का प्रभाव रहेगा, जो विशिष्ट प्रकार के कार्यों के लिए अनुकूल है।
📅 आज का विस्तृत पंचांग:
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तिथि: कृष्ण पक्ष पंचमी
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दिन: शुक्रवार
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मास: वैशाख
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विक्रम संवत: 2081
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नक्षत्र: ज्येष्ठा
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योग: परिध
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करण: तैतिल
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चंद्र राशि: वृश्चिक
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सूर्य राशि: मेष
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सूर्योदय: सुबह 06:17 बजे
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सूर्यास्त: शाम 07:01 बजे
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चंद्रोदय: रात 11:52 बजे
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चंद्रास्त: सुबह 09:01 बजे
⛔ राहुकाल एवं अन्य वर्जित समय:
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राहुकाल: सुबह 11:03 से दोपहर 12:39 तक
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यमगंड: दोपहर 03:50 से शाम 05:25 तक
इन समयों में कोई भी शुभ कार्य करने से बचना चाहिए। विवाह, नए कार्य की शुरुआत या यात्रा जैसे महत्वपूर्ण निर्णय इन वर्जित कालों में न लें।
🔱 आध्यात्मिक कार्यों के लिए शुभ दिन
आज की पंचमी तिथि नागों के देवता को समर्पित है। यह दिन ध्यान, साधना, जप और तीर्थयात्रा के लिए अत्यंत शुभ है। यदि आप मानसिक शांति और आत्मिक उन्नति की दिशा में कार्य करना चाहते हैं, तो आज का दिन श्रेष्ठ फलदायी सिद्ध हो सकता है।
⚔️ ज्येष्ठा नक्षत्र में ये कार्य रखें प्राथमिकता
ज्येष्ठा नक्षत्र शुभ कार्यों के लिए उपयुक्त नहीं माना गया है, लेकिन यह निर्णय, नीति, राजनीति, शोध और रणनीति निर्माण जैसे कार्यों के लिए अनुकूल है। साथ ही, कोई विवाद या केस लड़ने की योजना बना रहे हैं तो उसके लिए आज की तिथि मददगार हो सकती है।
👉 सावधानी:
आज के दिन शुभ कार्यों की योजना बनाते समय राहुकाल और यमगंड काल का अवश्य ध्यान रखें। इन समयों में पूजा-पाठ से भी बचना चाहिए।
📿 निष्कर्ष:
आज का दिन आपको आध्यात्मिक दिशा में आगे बढ़ने और आत्मिक संतुलन पाने का अवसर दे सकता है। पंचांग की जानकारी का सही उपयोग करके आप दिन को और भी फलदायी बना सकते हैं।