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आज का पंचांग: आषाढ़ माह, कृष्ण पक्ष अमावस्या | जानें शुभ-अशुभ मुहूर्त और राहुकाल
Dharm Desk

सम्वत एवं मास
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विक्रम सम्वत: 2082 (कालयुक्त सम्वत्सर)
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शक सम्वत: 1947 (विश्वावसु सम्वत्सर)
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मास: पूर्णिमांत – आषाढ़ | अमांत – ज्येष्ठ
तिथि विवरण
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कृष्ण पक्ष अमावस्या: 24 जून शाम 06:59 PM से 25 जून शाम 04:01 PM तक
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शुक्ल पक्ष प्रतिपदा: 25 जून शाम 04:01 PM से 26 जून दोपहर 01:24 PM तक
नक्षत्र विवरण
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मृगशीर्षा नक्षत्र: 24 जून दोपहर 12:54 PM से 25 जून सुबह 10:40 AM तक
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आद्रा नक्षत्र: 25 जून सुबह 10:40 AM से 26 जून सुबह 08:46 AM तक
सूर्योदय एवं सूर्यास्त
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सूर्योदय: सुबह 5:47 AM
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सूर्यास्त: शाम 7:12 PM
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चन्द्रोदय: सुबह 5:09 AM
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चन्द्रास्त: शाम 7:31 PM
योग एवं करण
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गण्ड योग: सुबह 06:00 AM तक
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वृद्धि योग: सुबह 06:00 AM से दोपहर 2:38 PM तक
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ध्रुव योग: दोपहर 2:38 PM से आगे
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करण नाग: शाम 04:01 PM तक
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किस्तुघ्न करण: शाम 04:01 PM से रात्रि 02:39 AM तक
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बव करण: रात्रि 02:39 AM से आगे
राहुकाल
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दोपहर 12:29 PM से 2:10 PM तक
(राहुकाल में शुभ और मांगलिक कार्यों से बचें.)
विशेष महत्त्व
25 जून 2025 का यह दिन विशेष है क्योंकि यह कृष्ण पक्ष अमावस्या है। अमावस्या तिथि में किया गया स्नान, दान, जप और श्राद्ध विशेष पुण्य फलदायी माना जाता है। यह तिथि पितरों के तर्पण और पुण्य स्मरण के लिए अत्यंत शुभ है। अमावस्या तिथि में किया गया श्रद्धा-तर्पण परिवार में सुख-समृद्धि और कल्याण लाने में सहायक होता है।
आज के उपाय एवं सलाह
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दान-पुण्य: तिल, वस्त्र, अन्न और फल दान करें।
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श्राद्ध एवं तर्पण: पितरों को स्मरण कर तर्पण या श्राद्ध करें।
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जप एवं साधना: अमावस्या तिथि में महा मृत्युंजय या गायत्री मंत्र का जप विशेष फलदायी है।
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व्रत: जो व्यक्ति अमावस्या व्रत करते हैं, उन्हें जीवन में कष्टों से मुक्ति और समृद्धि प्राप्त होती है।
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राहुकाल में सावधानी: राहुकाल में यात्रा या शुभ कार्य करने से बचें।
आज का सार
25 जून 2025 (बुधवार) का यह दिन धर्म, साधना और पुण्य कर्मों का विशेष दिन है। अमावस्या तिथि में किया गया स्नान-दान, श्राद्ध-तर्पण और जप साधक को मानसिक शांति और जीवन में समृद्धि प्रदान करता है। राहुकाल में संयम रखें और शुभ मुहूर्त में अपने सभी धर्म-कर्म पूर्ण करें।