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नाबालिग से दुष्कर्म व हत्या मामला: अहमदपुर में न्याय की मांग को लेकर कुर्मी समाज का कैंडल मार्च, चार जिलों के हजारों लोग हुए शामिल
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अहमदपुर में नाबालिग लड़की से सामूहिक दुष्कर्म और उसकी मौत के मामले में इंसाफ की मांग को लेकर जनाक्रोश गहराता जा रहा है। शनिवार को भोपाल, सीहोर, रायसेन और विदिशा जिलों से हजारों की संख्या में कुर्मी समाज के लोग अहमदपुर पहुंचे और कैंडल मार्च निकालकर शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया।
करीब ढाई से तीन हजार लोगों ने मार्च में भाग लिया और पीड़िता को श्रद्धांजलि दी। समाज के नेताओं ने स्पष्ट कहा कि जब तक पीड़िता को न्याय नहीं मिलता, तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा।
2 जून की रात घटी थी अमानवीय घटना
पीड़िता के पिता के अनुसार, 2 जून की रात करीब 10 बजे उनकी दोनों बेटियां पास के हैंडपंप से पानी भरने गई थीं। इस दौरान जगपाल और कुलदीप उर्फ कान्हा सोलंकी नाम के युवकों ने उनकी बड़ी बेटी को एक शटर वाली दुकान में बंद कर दुष्कर्म किया। छोटी बेटी के शोर मचाने पर जब पिता मौके पर पहुंचे, तब तक आरोपियों ने नाबालिग को कथित तौर पर जहर पिलाकर मारने की कोशिश की।
इलाज के दौरान तोड़ा दम, पुलिस पर लापरवाही का आरोप
गंभीर हालत में पीड़िता को अस्पताल ले जाया गया, लेकिन 3 जून को इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। परिजनों का आरोप है कि थाना पुलिस ने उनकी शिकायत को गंभीरता से नहीं लिया, जिससे आरोपी घटनास्थल से भागने में सफल रहे। इसके विरोध में परिजनों ने थाने के सामने शव रखकर प्रदर्शन किया था।
नेताओं और समाज का समर्थन मिला
घटना के बाद पूर्व मंत्री कमलेश्वर पटेल (4 जून) और महिला कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष विभा पटेल व पूर्व मंत्री सज्जन वर्मा (5 जून) ने पीड़ित परिवार से मुलाकात की और हरसंभव मदद का आश्वासन दिया।
कुर्मी समाज के प्रदेश अध्यक्ष मांगीलाल कुर्मी ने कहा, “हमारी बेटी के साथ दरिंदगी हुई है और समाज इसे चुपचाप नहीं देखेगा। हम न्याय की मांग को लेकर एकजुट हैं। दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए।”
प्रशासन से कार्रवाई की मांग
कुर्मी समाज ने पुलिस प्रशासन से एफआईआर की जांच तेज़ करने, आरोपियों की गिरफ्तारी सुनिश्चित करने, तथा लापरवाह अधिकारियों पर कार्रवाई करने की मांग की है। समाज के प्रतिनिधियों ने चेतावनी दी है कि यदि न्याय में देरी हुई, तो यह आंदोलन राज्यव्यापी रूप ले सकता है।