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प्यार की सजा मिली मौत: मुरैना में दादा ने पोती को कट्टे से मारी तीन गोलियां, ऑनर किलिंग में चौंकाने वाला खुलासा
Morena, MP
मुरैना जिले के बदरपुरा गांव में 19 वर्षीय मलिश्का की हत्या ने पूरे क्षेत्र को दहला दिया है। चौंकाने वाली बात यह है कि इस हत्याकांड को अंजाम देने वाला कोई और नहीं बल्कि मलिश्का का दादा सिरनाम सिंह ही निकला, जो पोती के एक अन्य समाज के युवक से प्रेम संबंध से नाराज था। मामले में ऑनर किलिंग की पुष्टि हुई है।
तीन गोलियां मारकर की गई हत्या, बाद में गढ़ी गई झूठी कहानी
सोमवार रात करीब 9:30 बजे सिरनाम सिंह ने मलिश्का को गांव के बाहर यात्री प्रतीक्षालय के पास बुलाया और उसके सिर और गले के पास से कट्टा सटाकर तीन गोलियां दाग दीं। हत्या के तुरंत बाद वह घर लौट आया और पुलिस को गुमराह करने के लिए जमीन विवाद में बदला लेने की झूठी कहानी रची।
लेकिन जब पुलिस ने सीडीआर और प्रत्यक्षदर्शियों के बयान के आधार पर जांच की, तो सिरनाम की साजिश का पर्दाफाश हो गया।
दूसरे समाज के युवक से प्रेम से थी नाराजगी
जानकारी के अनुसार, पहले मलिश्का का रिश्ता चाचा के साले सूरज कडेरा से तय हुआ था, लेकिन बाद में वह सौरभ त्यागी नामक युवक से प्रेम करने लगी, जो अन्य समाज से था। मलिश्का के माता-पिता ने बेटी के फैसले को स्वीकार कर लिया, लेकिन दादा को सामाजिक बदनामी बर्दाश्त नहीं हुई।
सिरनाम सिंह ने सौरभ के पिता नरेश त्यागी से संपर्क कर कहा, “यह पहले ही हमारे परिवार की नाक कटवा चुकी है, अब तुम्हारी बारी है।” इसके बाद दोनों ने मिलकर हत्या की योजना बनाई।
हत्या के बाद भी बना रहा मासूमी का ढोंग
घटना के बाद सिरनाम सिंह खुद पोस्टमार्टम हाउस में परिजनों के साथ बैठा रहा। उसने दावा किया कि जमीन विवाद के चलते मलिश्का की हत्या कर दी गई, लेकिन जांच में सामने आया कि वह खुद मुख्य आरोपी है।
पुलिस की सख्त पूछताछ में मलिश्का के पिता लाखन सिंह और मां सुआबाई टूट गए और सच्चाई बता दी। पुलिस ने सिरनाम को हिरासत में लेकर पूछताछ की, जहां उसने हत्या की बात कबूल कर ली।
CDR से खुली पोल, नरेश त्यागी की तलाश जारी
पुलिस जांच में जब सिरनाम सिंह और नरेश त्यागी की मोबाइल लोकेशन घटनास्थल पर पाई गई तो शक और गहरा गया। पुलिस ने नरेश त्यागी की पत्नी कलावती को पूछताछ के लिए थाने लाया। इसके विरोध में त्यागी समाज के लगभग 100 लोग भाजपा नेता हरेंद्र त्यागी के साथ थाने पहुंच गए।
बाद में जब नरेश त्यागी को थाने बुलाया गया, तब जाकर कलावती को छोड़ा गया।
हत्या की सूचना गांव वालों ने दी, चौकीदार ने निभाई अहम भूमिका
वारदात के बाद गांव के ही चौकीदार नारायण कडेरा और उसके भाई हकीम कडेरा को ग्रामीणों से सूचना मिली। दोनों ने तुरंत पुलिस को सूचित किया, जिसके बाद बागचीनी थाना पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू की।
