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मध्यप्रदेश में प्री-मानसून सक्रिय, 27 जिलों में यलो अलर्ट जारी: ग्वालियर-रतलाम समेत कई इलाकों में तेज आंधी-बारिश का खतरा
BHOPAL, MP

मध्यप्रदेश में प्री-मानसून का असर गुरुवार को भी जारी रहेगा।
मौसम विभाग ने प्रदेश के कुल 27 जिलों में आंधी और बारिश के चलते यलो अलर्ट जारी किया है, जिनमें ग्वालियर और रतलाम प्रमुख हैं। इससे पहले बुधवार को भोपाल, शाजापुर, उज्जैन, छिंदवाड़ा, राजगढ़, सागर, सतना और धार सहित कई जिलों में मध्यम से भारी बारिश दर्ज की गई। दमोह जिले में तो करीब सवा इंच तक बारिश हुई, जिससे मौसम का मिजाज ठंडा और सुहाना हो गया।
जून के पहले सप्ताह में आमतौर पर प्रदेश में गर्मी का प्रभाव दिखाई देता है, जिसमें भोपाल, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर-जबलपुर जैसे बड़े शहरों में दिन का तापमान अक्सर 40 डिग्री सेल्सियस के पार चला जाता है। लेकिन इस बार मौसम ने करवट ली है और तापमान 40 डिग्री के नीचे ही बना हुआ है। लगातार बारिश और आंधी के चलते यहां का मौसम फिलहाल गर्मी से राहत देने वाला बना हुआ है। अगले चार दिनों तक भी प्रदेश के कई हिस्सों में तेज हवाओं के साथ बारिश का यलो अलर्ट जारी रहेगा।
मौसम विभाग की मानें तो गुरुवार को ग्वालियर, श्योपुर, मुरैना, भिंड, दतिया, निवाड़ी, टीकमगढ़, छतरपुर, अशोकनगर, विदिशा, सागर, कटनी, उमरिया, डिंडोरी, मंडला, सिवनी, पांढुर्णा, बैतूल, हरदा, खंडवा, बुरहानपुर, खरगोन, बड़वानी, अलीराजपुर, रतलाम, मंदसौर और नीमच जिलों में आंधी-बारिश की संभावना है। यहां आंधी की रफ्तार 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंच सकती है, जो स्थानीय जनजीवन प्रभावित कर सकती है।
भोपाल, इंदौर समेत कई शहरों में बुधवार को हुई बारिश के चलते तापमान में明显 गिरावट देखी गई। मौसम विभाग के अनुसार, नौगांव में पारा 40 डिग्री तक पहुंचा, जबकि बाकी शहरों में यह इससे कम रहा। भोपाल में अधिकतम तापमान 33 डिग्री, इंदौर में 32.3, ग्वालियर में 36.4, उज्जैन में 35.4 और जबलपुर में 36.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं, पचमढ़ी हिल स्टेशन पर तापमान 29.6 डिग्री रहा, जहां ठंडक का अहसास बढ़ गया।
वहीं, मानसून की मुख्य एंट्री अभी बाकी है। मौसम विभाग के मुताबिक, वर्तमान में मानसून महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ के सीमित इलाकों में अटका हुआ है और अब तक मध्यप्रदेश की ओर बढ़ नहीं पाया है। इसलिए प्रदेश में मानसून के आने की संभावना 10 जून के बाद ही है। इस बीच प्री-मानसून की गतिविधियां तेज बनी रहेंगी, जो किसानों और आम जनता के लिए मौसम की दृष्टि से राहतभरी होंगी।