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केदारनाथ के पास हेलिकॉप्टर क्रैश, 7 की मौत: 2 साल का मासूम भी शामिल; चारधाम हेली सेवा पर अस्थायी रोक
Jagran Desk
केदारनाथ से श्रद्धालुओं को लेकर लौट रहा एक हेलिकॉप्टर रविवार सुबह 5:20 बजे गौरीकुंड के जंगलों में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस हादसे में पायलट समेत सभी 7 लोगों की मौत हो गई। मृतकों में महाराष्ट्र का एक दो वर्षीय बच्चा भी शामिल है। घटना के बाद हेलिकॉप्टर में आग लग गई और वह पूरी तरह जल गया।
प्राथमिक जांच में खराब मौसम को हादसे की वजह माना जा रहा है। हेलिकॉप्टर आर्यन एविएशन प्राइवेट लिमिटेड का था और चारधाम यात्रा के अंतर्गत सेवा दे रहा था। इस घटना के बाद प्रशासन ने चारधाम हेली सेवाओं को अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया है।
मृतकों की पहचान में मुश्किल, DNA जांच के आदेश
हेलिकॉप्टर क्रैश के बाद शव बुरी तरह झुलस गए हैं। आईजी गढ़वाल राजीव स्वरूप ने बताया कि मृतकों की पहचान के लिए DNA जांच करवाई जाएगी, जिसके बाद शव परिजनों को सौंपे जाएंगे। NDRF और SDRF की टीमें मौके पर राहत एवं बचाव कार्य में जुटी हैं।
क्रैश में मारे गए सभी यात्री और पायलट:
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राजवीर सिंह (पायलट), जयपुर, राजस्थान
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विक्रम सिंह रावत, ऊखीमठ, उत्तराखंड
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विनोद देवी, उत्तर प्रदेश
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तृष्टि सिंह, उत्तर प्रदेश
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राजकुमार सुरेश, गुजरात
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श्रद्धा राजकुमार जायसवाल, महाराष्ट्र
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काशी (2 वर्ष), महाराष्ट्र
सीएम धामी ने जताया दुख, हेलीकॉप्टर उड़ानों के नियमों में बदलाव के संकेत
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हादसे पर शोक व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि हेलीकॉप्टर सेवाओं के संचालन को लेकर सख्त तकनीकी और मौसम संबंधी मानकों को अनिवार्य किया जाएगा। दुर्घटना की विस्तृत जांच के आदेश दिए गए हैं।
पहले भी हो चुके हैं हादसे
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8 मई: उत्तरकाशी के गंगनानी में हेलिकॉप्टर क्रैश, 6 की मौत
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17 मई: केदारनाथ में एयर एंबुलेंस क्रैश, 3 लोग बाल-बाल बचे
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7 जून: रुद्रप्रयाग में सड़क पर आपात लैंडिंग, कार क्षतिग्रस्त
हवाई यात्रा सुरक्षा पर सवाल
लगातार हो रहे हेलिकॉप्टर हादसों के बीच चारधाम यात्रा की हवाई सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठ रहे हैं। विशेषकर पर्वतीय क्षेत्रों में उड़ान भरने वाले छोटे विमान और हेलिकॉप्टरों की तकनीकी गुणवत्ता और मौसम जानकारी प्रणाली पर सरकार को सख्ती से निगरानी करने की आवश्यकता है।
