- Hindi News
- टॉप न्यूज़
- G20 समिट में मेलोनी से मिले पीएम मोदी: ट्रम्प-पुतिन-जिनपिंग गैरहाज़िर, भारत बना वैश्विक मंच का प्रमु...
G20 समिट में मेलोनी से मिले पीएम मोदी: ट्रम्प-पुतिन-जिनपिंग गैरहाज़िर, भारत बना वैश्विक मंच का प्रमुख चेहरा
Jagran Desk
जोहान्सबर्ग में पहली बार अफ्रीका की धरती पर G20 समिट; मोदी ने वर्ल्ड लीडर्स संग मुलाकात कर समावेशी विकास व जलवायु समाधानों पर रखा भारत का दृष्टिकोण
जोहान्सबर्ग में आयोजित G20 समिट में शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी से मुलाकात करते हुए वैश्विक सहयोग पर विस्तृत चर्चा की। दक्षिण अफ्रीकी राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा ने नासरेक एक्सपो सेंटर में पीएम मोदी का औपचारिक स्वागत किया। यह समिट इसलिए भी सुर्खियों में है क्योंकि तीन प्रमुख वैश्विक नेता—अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग—इस बार शामिल नहीं हुए, जिससे भारत की उपस्थिति और भी अधिक प्रभावी दिखाई दे रही है।
प्रधानमंत्री मोदी ने समिट के पहले सत्र को संबोधित करते हुए समावेशी विकास, जलवायु संकट, क्लाइमेट रेजिलियंस और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर भारत का दृष्टिकोण रखा। उन्होंने कहा कि ग्लोबल साउथ की आवाज़ को सशक्त करने और विकासशील देशों की प्राथमिकताओं को वैश्विक एजेंडा में शामिल करना आज की सबसे बड़ी आवश्यकता है।
https://twitter.com/narendramodi/status/1992103398511153320?s=20
समिट के दौरान मोदी ने ब्राजील के राष्ट्रपति लूला दा सिल्वा, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों और कई अन्य विश्व नेताओं से मुलाकात की। लूला के साथ मुलाकात के दौरान दोनों नेता गर्मजोशी से गले मिलते दिखाई दिए, जो भारत-ब्राजील द्विपक्षीय संबंधों की मजबूती का संकेत माना जा रहा है।
इस बार G20 का आयोजन पहली बार अफ्रीकी महाद्वीप में हो रहा है। यह भारत के लिए विशेष महत्व रखता है, क्योंकि वर्ष 2023 में भारत की अध्यक्षता के दौरान अफ्रीकन यूनियन को G20 की स्थायी सदस्यता दिलाई गई थी। इसी कारण अफ्रीकी देशों में भारत की भूमिका और योगदान को लेकर सकारात्मक माहौल देखा जा रहा है। प्रधानमंत्री मोदी के यहां पहुंचने पर स्थानीय कलाकारों ने जमीन पर लेटकर पारंपरिक शैली में उनका स्वागत किया, जो भारत-अफ्रीका रिश्तों की निकटता का प्रतीक माना गया।
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन युद्ध से जुड़े इंटरनेशनल क्रिमिनल कोर्ट के गिरफ्तारी वारंट के कारण समिट में हिस्सा नहीं लिया। इसी तरह चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने भी अनुपस्थिति दर्ज कराई, जिसके चलते समिट में भारत की भागीदारी सबसे प्रमुख बनी हुई है। विशेषज्ञों के अनुसार यह स्थिति भारत को वैश्विक कूटनीतिक विमर्श में और भी केंद्रीय भूमिका प्रदान करती है।
दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति रामफोसा ने उद्घाटन भाषण में कहा कि यह समिट अफ्रीका के लिए ऐतिहासिक क्षण है। उन्होंने समानता, एकजुटता और स्थिर विकास को इस वर्ष के एजेंडे की मुख्य प्राथमिकता बताया।
भारत के लिए यह शिखर सम्मेलन न केवल आर्थिक और कूटनीतिक अवसरों का मंच है, बल्कि ग्लोबल साउथ के नेतृत्व को मजबूत करने का भी अवसर है। अगले सत्रों में पीएम मोदी डिजिटल विकास, ऊर्जा परिवर्तन और जटिल वैश्विक चुनौतियों के समाधान पर अपनी बात रखेंगे।
हमारे आधिकारिक प्लेटफॉर्म्स से जुड़ें –
🔴 व्हाट्सएप चैनल: https://whatsapp.com/channel/0029VbATlF0KQuJB6tvUrN3V
🔴 फेसबुक: Dainik Jagran MP/CG Official
🟣 इंस्टाग्राम: @dainikjagranmp.cg
🔴 यूट्यूब: Dainik Jagran MPCG Digital
📲 सोशल मीडिया पर जुड़ें और बने जागरूक पाठक।
👉 आज ही जुड़िए!
