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हाई बीपी वाले मरीजों के लिए केला: जानें फायदे और सावधानियां
Lifestyle

केला एक प्राकृतिक सुपरफूड है, जिसे हम सभी अपनी सेहत के लिए फायदेमंद मानते हैं। पोटेशियम, फाइबर, विटामिन B6, विटामिन C, और कार्बोहाइड्रेट से भरपूर यह फल न केवल ऊर्जा का एक बेहतरीन स्रोत है, बल्कि यह दिल और शरीर के अन्य अंगों की सेहत को भी बेहतर बनाए रखता है।
हालांकि, क्या यह उच्च रक्तचाप (हाई बीपी) वाले लोगों के लिए भी उतना ही फायदेमंद है? क्या उच्च रक्तचाप से पीड़ित लोग इसे अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं? आइए जानते हैं इसके बारे में विस्तार से।
क्या हाई बीपी के मरीजों को केला खाना चाहिए?
हाई ब्लड प्रेशर से पीड़ित लोगों के लिए केला एक अच्छा विकल्प हो सकता है, बशर्ते इसका सेवन सीमित मात्रा में किया जाए। केला पोटेशियम का उत्कृष्ट स्रोत होता है, और एक केले में लगभग 422 मिलीग्राम पोटेशियम होता है। पोटेशियम शरीर में इलेक्ट्रोलाइट्स और फ्लूइड का बैलेंस बनाए रखने में मदद करता है, जो रक्तचाप को नियंत्रित रखने में सहायक होता है।
पोटेशियम, सोडियम के प्रभाव को बैलेंस करता है और ब्लड प्रेशर को नॉर्मल रखने में मदद करता है। साथ ही, केला में ओमेगा-3 फैटी एसिड और फाइबर भी होते हैं, जो हार्ट हेल्थ को बनाए रखते हैं और कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित रखते हैं। हालांकि, इसे अत्यधिक मात्रा में खाना किडनी से जुड़ी समस्याओं को जन्म दे सकता है, इसलिए इसे ध्यान से सेवन करना चाहिए।
केला खाने के अन्य लाभ
1. पाचन तंत्र की सेहत में सुधार:
केला फाइबर का अच्छा स्रोत है, जो पाचन को बेहतर बनाता है और कब्ज जैसी समस्याओं से राहत दिलाता है। इससे पाचन तंत्र सही तरीके से कार्य करता है और भोजन का सही तरीके से अवशोषण होता है।
2. ताजगी के लिए ऊर्जा का स्रोत:
केला में नेचुरल शुगर होती है, जो शरीर को तुरंत ऊर्जा प्रदान करती है। इसलिए, यह दिन की शुरुआत में शरीर को ताजगी और सक्रियता का अहसास कराता है।
3. वजन नियंत्रण में मदद:
केला में कैलोरी की मात्रा कम होती है और कोलेस्ट्रॉल भी ना के बराबर होता है। यह वजन को नियंत्रित रखने में मदद करता है और शरीर को अधिक वसा जमा होने से बचाता है।
4. मानसिक सेहत में सुधार:
केला में विटामिन B6 होता है, जो दिमागी विकास और मानसिक स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है। यह शरीर में सेरोटोनिन और नॉरेपिनेफ्रिन जैसे न्यूरोट्रांसमीटर के उत्पादन को बढ़ाता है, जो मूड और तनाव को नियंत्रित करने में सहायक होते हैं।
हाई बीपी के मरीजों के लिए केले का सही सेवन
1. एक से दो केले रोजाना:
हाई बीपी वाले मरीजों को दिन में एक से दो केले का सेवन करना चाहिए। अधिक केले खाने से पोटेशियम की अधिकता हो सकती है, जो किडनी पर असर डाल सकता है। इसलिए इसे सीमित मात्रा में ही लें।
2. शेक से परहेज करें:
केला खाने के सर्वोत्तम तरीके में से एक है इसे सीधे फल के रूप में खाना। केला शेक के रूप में बनाने से इसमें शुगर का स्तर बढ़ सकता है, जिससे शर्करा की मात्रा अधिक हो सकती है।
3. फ्रूट सलाद से बचें:
केले को फ्रूट सलाद में मिलाकर खाने से बचें, क्योंकि कुछ फल मिलाने से रक्त शर्करा का स्तर प्रभावित हो सकता है।
4. नमक और मीठा से बचें:
केला खाते समय नमक या मीठा न मिलाएं, क्योंकि इससे उसके प्राकृतिक गुणों पर असर पड़ सकता है और यह आपकी सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है।
किडनी की समस्याओं से जूझ रहे लोगों के लिए सलाह
यदि किसी व्यक्ति को किडनी से संबंधित समस्याएं हैं, तो उसे अधिक पोटेशियम वाले खाद्य पदार्थों से बचने की सलाह दी जाती है। इसलिए, किडनी फेलियर या किडनी से जुड़ी किसी भी समस्या में डॉक्टर से परामर्श के बिना केला नहीं खाना चाहिए।