- Hindi News
- राज्य
- छत्तीसगढ़
- छत्तीसगढ़–ओडिशा सीमा पर CRPF जवान ने खुद को गोली मारी, ड्यूटी के दौरान AK-47 से किया सुसाइड
छत्तीसगढ़–ओडिशा सीमा पर CRPF जवान ने खुद को गोली मारी, ड्यूटी के दौरान AK-47 से किया सुसाइड
Gariyaband, CG
गरियाबंद से सटे ढेंकुनपानी कैंप में तैनात जवान की मौत, आत्महत्या के कारण स्पष्ट नहीं; पुलिस और CRPF की संयुक्त जांच शुरू
छत्तीसगढ़–ओडिशा सीमा पर स्थित एक सीआरपीएफ कैंप में शुक्रवार देर शाम एक जवान द्वारा खुद को गोली मार लेने की घटना सामने आई है। गरियाबंद जिले से सटे ओडिशा के कोमना थाना क्षेत्र अंतर्गत ढेंकुनपानी कैंप में तैनात सीआरपीएफ जवान ने ड्यूटी के दौरान अपनी सर्विस राइफल से आत्महत्या कर ली। घटना के बाद कैंप में हड़कंप मच गया, जबकि पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां मामले की जांच में जुट गई हैं।
मृतक जवान की पहचान गोपीनाथ सबर के रूप में हुई है। वह ओडिशा के नुआपड़ा जिले के नुआपड़ा थाना क्षेत्र स्थित खरधरा गांव का निवासी था। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, जवान नियमित ड्यूटी पर तैनात था। इसी दौरान उसने अपनी AK-47 राइफल से खुद को गोली मार ली। गोली लगते ही जवान गंभीर रूप से घायल हो गया और मौके पर ही उसकी मौत हो गई।
घटना की सूचना मिलते ही कोमना थाना पुलिस और सीआरपीएफ के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे। पुलिस ने घटनास्थल को सुरक्षित कर आवश्यक पंचनामा कार्रवाई की और मामले की जांच शुरू की। जवान के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजने की प्रक्रिया की जा रही है। साथ ही, जवान के परिजनों को घटना की सूचना दे दी गई है।
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, फिलहाल आत्महत्या के पीछे के कारण स्पष्ट नहीं हो पाए हैं। यह भी जांच की जा रही है कि घटना के समय जवान मानसिक तनाव में था या किसी व्यक्तिगत अथवा ड्यूटी से जुड़े दबाव से गुजर रहा था। कैंप में मौजूद अन्य जवानों और अधिकारियों से भी पूछताछ की जा रही है, ताकि घटना से जुड़े सभी पहलुओं को समझा जा सके।
सीआरपीएफ के सीनियर अधिकारियों ने भी इस मामले को गंभीरता से लेते हुए आंतरिक जांच शुरू कर दी है। जवान के सेवा रिकॉर्ड, हालिया पोस्टिंग, पारिवारिक पृष्ठभूमि और ड्यूटी शेड्यूल से जुड़ी जानकारियां खंगाली जा रही हैं। जांच अधिकारी यह भी देख रहे हैं कि घटना से पहले जवान के व्यवहार में कोई असामान्य बदलाव तो नहीं देखा गया था।
छत्तीसगढ़–ओडिशा सीमा नक्सल प्रभावित मानी जाती है और यहां तैनात सुरक्षा बलों पर लगातार उच्च सतर्कता और दबाव रहता है। ऐसे में इस तरह की घटनाएं सुरक्षा बलों के मानसिक स्वास्थ्य और तनाव प्रबंधन को लेकर भी सवाल खड़े करती हैं। यह मामला पब्लिक इंटरेस्ट स्टोरी के रूप में भी देखा जा रहा है, क्योंकि हाल के वर्षों में सुरक्षा बलों के बीच आत्महत्या की घटनाएं चिंता का विषय बनी हैं।
फिलहाल पुलिस और सीआरपीएफ दोनों स्तरों पर जांच जारी है। अधिकारियों का कहना है कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट और जांच पूरी होने के बाद ही आत्महत्या के वास्तविक कारणों का खुलासा हो सकेगा। यदि किसी प्रकार की लापरवाही या बाहरी कारण सामने आते हैं, तो नियमानुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी।
हमारे आधिकारिक प्लेटफॉर्म्स से जुड़ें –
🔴 व्हाट्सएप चैनल: https://whatsapp.com/channel/0029VbATlF0KQuJB6tvUrN3V
🔴 फेसबुक: Dainik Jagran MP/CG Official
🟣 इंस्टाग्राम: @dainikjagranmp.cg
🔴 यूट्यूब: Dainik Jagran MPCG Digital
📲 सोशल मीडिया पर जुड़ें और बने जागरूक पाठक।
👉 आज ही जुड़िए!
