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कृषि उद्योग समागम-2025: सीएम डॉ. मोहन ने कहा – कृषि, उद्यानिकी में नवाचार और उन्नत तकनीकों से बढ़ाएंगे उत्पादन क्षमता
Bhopal
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मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सीतामऊ (मंदसौर) में कृषि उद्योग समागम-2025 को संबोधित करते हुए प्रदेश की कृषि और उद्यानिकी के क्षेत्र में नवाचार और उन्नत तकनीकों से उत्पादन क्षमता बढ़ाने की दिशा में सरकार के प्रयासों की जानकारी दी। इस अवसर पर उन्होंने प्रदेश के किसानों द्वारा ली जा रही विविधतापूर्ण उपजों की सराहना की और कहा कि राज्य सरकार द्वारा किसानों के उत्थान के लिए कई योजनाएं बनाई जा रही हैं।
सौर ऊर्जा से आत्मनिर्भर किसान
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि राज्य सरकार कृषकों को बिजली में आत्मनिर्भर बनाने के लिए कदम उठा रही है। आने वाले समय में किसानों को सौर ऊर्जा से स्वयं बिजली बनाने की सुविधा मिलेगी, जिससे वे अपने कृषि पम्प चला सकेंगे। यदि किसानों द्वारा अपनी आवश्यकता से अधिक बिजली पैदा की जाती है, तो राज्य सरकार उनसे बिजली खरीदेगी और उसका भुगतान करेगी। उन्होंने कहा कि किसानों को सौर पम्पों के लिए मात्र 10 प्रतिशत राशि पर पम्प उपलब्ध कराए जाएंगे, और इस योजना से किसानों को बिजली बिल से मुक्ति मिलेगी।
कृषि को उद्योग का दर्जा
मुख्यमंत्री ने कृषि उत्पादों के उचित मूल्य, लंबे समय तक संधारण, और स्थानीय स्तर पर खाद्य प्रसंस्करण की सुविधा उपलब्ध कराकर किसानों का लाभ सुनिश्चित करने की दिशा में राज्य सरकार की प्रतिबद्धता को जताया। उन्होंने कृषि को उद्योग का दर्जा दिलाने के उद्देश्य से सरकार के प्रयासों की जानकारी दी और कहा कि राज्य सरकार विदेशों से लेकर स्थानीय जुगाड़ तक की तकनीकों को प्रोत्साहित कर रही है, ताकि खेती को लाभकारी बनाया जा सके।
किसानों से अपील
मुख्यमंत्री ने प्रदेश के किसानों से अपील करते हुए कहा कि मध्यप्रदेश में संतरा, केला जैसे महत्वपूर्ण उत्पाद बड़ी मात्रा में होते हैं, और इनकी ब्रांडिंग भी प्रदेश के नाम से होनी चाहिए। उन्होंने किसानों को उन्नत कृषि और बागवानी अपनाने, तथा कृषि से जुड़ी अन्य गतिविधियों को बढ़ावा देने का संकल्प दिलाया।
नरवाई जलाने से बचें
मुख्यमंत्री ने किसानों से नरवाई जलाने से बचने की अपील की और कहा कि गेहूं की फसल के बाद बचे अवशेष में आग लगाने से खेत की उर्वरा शक्ति कम हो जाती है। उन्होंने कहा कि इस समस्या के निराकरण के लिए मशीनें उपलब्ध कराई जा रही हैं और उन पर अनुदान की व्यवस्था भी है।
दुग्ध उत्पादन में वृद्धि
सीएम ने गौपालन को प्रोत्साहित कर प्रदेश में दुग्ध उत्पादन की क्षमता बढ़ाने की बात की। उन्होंने कहा कि गाय-भैंस पालन को बढ़ावा देने के लिए 25 गाय-भैंस पालने पर 25 प्रतिशत की सब्सिडी उपलब्ध कराई जाएगी। वर्तमान में मध्यप्रदेश का दुग्ध उत्पादन देश के कुल उत्पादन का 9 प्रतिशत है, जिसे सरकार 20 प्रतिशत तक पहुंचाना चाहती है।
वृंदावन गांव का विकास
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के हर जनपद में एक-एक वृंदावन गांव विकसित किया जाएगा, जिसमें उन्नत कृषि के लिए विशेष प्रोत्साहन मिलेगा और सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध होंगी। इसके साथ ही, बेसहारा गौमाताओं की देख-रेख के लिए 40 रूपए प्रति गाय की दर से अनुदान दिया जाएगा।
सीएम राईज स्कूल और गीता भवन
मुख्यमंत्री ने सीएम राईज स्कूल को अब सांदीपनी विद्यालय के नाम से जाने जाने की घोषणा की। साथ ही उन्होंने नगरीय निकायों में गीता भवन बनाने की योजना का ऐलान किया।
नदी जोड़ो अभियान
मुख्यमंत्री ने पार्वती-कालीसिंध-चंबल नदी जोड़ो परियोजना की जानकारी दी, जिससे उज्जैन संभाग के किसानों की जिंदगी में बदलाव आएगा और हर खेत तक सिंचाई के लिए पानी पहुंच सकेगा।
निर्माण कार्यों का लोकार्पण और भूमिपूजन
इस दौरान मुख्यमंत्री ने विभिन्न निर्माण कार्यों का लोकार्पण और भूमिपूजन भी किया। इसमें 33 करोड़ 14 लाख से निर्मित महर्षि सांदीपनी विद्यालय भवन का लोकार्पण और 19 करोड़ 31 लाख की लागत से निर्मित सुवासरा रूनिजा गुराडिया कला मार्ग का लोकार्पण शामिल था।