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सीएम डॉ. यादव ने शुरू की 'एक बगिया मां के नाम' योजना, 3 लाख तक की मदद पाएंगे किसान
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मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सोमवार को खंडवा में आयोजित जल गंगा संवर्धन अभियान के राज्य स्तरीय समापन समारोह में कई बड़ी घोषणाएं कीं। इस दौरान उन्होंने नई योजना ‘एक बगिया मां के नाम’ का एलान किया, जिसके तहत 30 हजार किसानों को एक-एक एकड़ बगीचा लगाने पर 3 लाख रुपए की सहायता दी जाएगी।
इस योजना से न सिर्फ किसानों की आय बढ़ेगी, बल्कि हरियाली और फल उत्पादन भी प्रदेश में नई ऊंचाइयों पर पहुंचेगा।
तीन चरणों में दी जाएगी सहायता, कुल 900 करोड़ का बजट
इस योजना के अंतर्गत किसानों को फेंसिंग, सिंचाई और पौधारोपण जैसे कार्यों के लिए सहायता राशि तीन चरणों में दी जाएगी। योजना के तहत 30 जून से 15 अगस्त तक सरकारी भूमि पर और 15 अगस्त से 15 सितंबर तक निजी भूमि पर पौधारोपण किया जाएगा।
इस महत्वाकांक्षी योजना पर राज्य सरकार कुल 900 करोड़ रुपए खर्च करेगी।
जल संरक्षण के कार्यों का लोकार्पण, किसानों को मिलेगा सिंचाई का लाभ
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने जल संसाधन विभाग की 4 सिंचाई परियोजनाओं और 563 करोड़ की जावर माइक्रो उद्वहन योजना का लोकार्पण किया। इन परियोजनाओं से 8557 हेक्टेयर भूमि सिंचित होगी और करीब 28 हजार किसान लाभांवित होंगे।
इसके अलावा, मुख्यमंत्री ने 50 करोड़ की लागत से जीर्णोद्धार की गई 74 जल संरचनाओं का लोकार्पण भी किया।
बोल बोले 'निमाड़ वालों की चारों उंगलियां घी में'
सीएम डॉ. मोहन यादव ने खंडवा की तारीफ करते हुए कहा,
"इंदौर रेल का इंजन है और खंडवा उसका डिब्बा। निमाड़ वालों की चारों उंगलियां घी में और सिर कड़ाही में है। इधर ताप्ती, उधर नर्मदा, ऊपर दादाजी धूनीवाले और नीचे ओंकार महाराज का आशीर्वाद है।"
जल गंगा अभियान: लक्ष्य से ज्यादा बने खेत-तालाब और रिचार्ज पिट
90 दिनों तक चले जल गंगा संवर्धन अभियान के दौरान राज्य में
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84,930 खेत-तालाब,
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1,283 अमृत सरोवर, और
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1,04,294 रिचार्ज पिट बनाए गए।
मनरेगा के तहत किए गए इस कार्य में सॉफ्टवेयर आधारित वैज्ञानिक योजना के जरिए स्थलों का चयन कर निर्माण किया गया। प्रदेश में पहली बार इतने बड़े पैमाने पर जल संरचनाएं तीन माह में बनी हैं।
टॉप 10 जिले, जिन्होंने जल संरक्षण में दिखाई मजबूती
इस अभियान में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले 10 जिले रहे:
खंडवा, बालाघाट, रायसेन, उज्जैन, छिंदवाड़ा, बुरहानपुर, राजगढ़, अशोकनगर, बैतूल और मंडला।
सम्मानित हुए जनप्रतिनिधि और अधिकारी
कार्यक्रम में भोपाल, इंदौर, जबलपुर, उज्जैन, खंडवा, छिंदवाड़ा जैसे शहरों के महापौरों को सम्मानित किया गया।
टीकमगढ़, मंडलेश्वर और बिजूरी नगर निकायों के प्रतिनिधियों और टीकमगढ़ के कलेक्टर को भी सम्मान मिला।