- Hindi News
- राज्य
- मध्य प्रदेश
- गुना: खाद की लाइन में खड़ी आदिवासी महिला की मौत, दो दिन से इंतजार कर रही थी
गुना: खाद की लाइन में खड़ी आदिवासी महिला की मौत, दो दिन से इंतजार कर रही थी
Digital Desk
गुना जिले के बागेरी खाद वितरण केंद्र पर दो दिन से लाइन में खड़ी एक आदिवासी महिला की अचानक तबीयत बिगड़ने के बाद मौत हो गई। घटना बुधवार रात की है। महिला को अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। प्रशासनिक अधिकारी और पूर्व मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया मामले की जानकारी पाकर कुशेपुर गांव रवाना हुए।
मृतका की पहचान भुरिया बाई के रूप में हुई है, जो कुशेपुर गांव की निवासी थीं। वह बागेरी डबल लॉक गोदाम से खाद लेने के लिए दो दिन से लाइन में खड़ी थीं। परिजनों के अनुसार, रात को जब वह वहीं आराम कर रही थीं, उनकी तबीयत अचानक बिगड़ गई और लगातार उल्टियां होने लगीं। उन्हें गुना जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित किया। परिवार अब अंतिम संस्कार की तैयारी कर रहा है।
कलेक्टर किशोर कुमार कन्याल ने बताया कि महिला को वॉमिटिंग की शिकायत पर निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था, लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका। SDM को मौके पर भेज दिया गया है और प्रशासन स्थिति की जांच कर रहा है।
इस मामले पर बमोरी से कांग्रेस विधायक ऋषि अग्रवाल ने कहा कि किसानों को ठंड और खुले आसमान में लाइन में खड़ा होना पड़ रहा है। उन्होंने पूछा, “यदि प्रशासन कहता है कि पर्याप्त खाद उपलब्ध है, तो फिर किसानों को खाद क्यों नहीं मिल रहा? इस सहरिया महिला की मौत की जिम्मेदारी कौन लेगा—सरकार या प्रशासन?”
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया भी गुना दौरे पर थे। उन्हें घटना की जानकारी मिलते ही कलेक्टर और पूर्व मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया को कुशेपुर भेजा गया। प्रशासन मामले की जांच कर रहा है और स्थिति पर नियंत्रण बनाए रखने के लिए कदम उठा रहा है।
