राजस्थान के उदयपुर में 30 करोड़ रुपये की कथित धोखाधड़ी से जुड़े हाई-प्रोफाइल मामले में मशहूर फिल्म निर्माता-निर्देशक विक्रम भट्ट और उनकी पत्नी श्वेतांबर भट्ट को मंगलवार को अदालत से राहत नहीं मिली। उदयपुर की स्थानीय अदालत ने दोनों की अंतिम जमानत याचिका खारिज करते हुए उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजने के आदेश दिए हैं। इसके साथ ही दोनों को अब उदयपुर केंद्रीय कारागार में रहना होगा।
यह मामला उदयपुर निवासी डॉक्टर अजय द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत से जुड़ा है। शिकायत के अनुसार, विक्रम भट्ट ने फिल्म निर्माण में निवेश के बदले मोटे मुनाफे का भरोसा दिलाकर करीब 30 करोड़ रुपये अलग-अलग किस्तों में लिए। आरोप है कि न तो निवेश की गई राशि का कोई हिसाब दिया गया और न ही डॉक्टर को फिल्म की कमाई में वादा किया गया हिस्सा मिला। कई बार संपर्क के बावजूद जब रकम वापस नहीं की गई, तो पीड़ित ने पुलिस का रुख किया।
मामला दर्ज होने के बाद उदयपुर पुलिस ने जांच तेज करते हुए दोनों आरोपियों को मुंबई से ट्रांजिट रिमांड पर हिरासत में लिया और उदयपुर लाया। यहां पूछताछ के बाद पुलिस ने उन्हें कोर्ट में पेश किया। इससे पहले भी अदालत ने पुलिस रिमांड और न्यायिक अभिरक्षा से जुड़े आदेश जारी किए थे।
मंगलवार को हुई सुनवाई के दौरान विक्रम भट्ट और उनकी पत्नी की ओर से स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए अंतिम जमानत की मांग की गई। बचाव पक्ष ने दलील दी कि आरोपी जांच में सहयोग कर रहे हैं और फरार होने की कोई आशंका नहीं है। हालांकि अभियोजन पक्ष ने केस डायरी, लेनदेन से जुड़े दस्तावेज और प्रारंभिक जांच का हवाला देते हुए जमानत का विरोध किया।
अदालत ने दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद कहा कि मामले की प्रकृति गंभीर है और जांच अभी प्रारंभिक चरण में है। तथ्यों को देखते हुए कोर्ट ने जमानत देने से इनकार करते हुए 14 दिन की न्यायिक हिरासत के आदेश जारी किए।
इससे पहले मीडिया से बातचीत में विक्रम भट्ट ने अपने ऊपर लगे आरोपों को निराधार बताते हुए इसे आपसी लेनदेन से जुड़ा विवाद करार दिया था। उन्होंने कहा था कि मामला बातचीत से सुलझाया जा सकता है। हालांकि पुलिस का कहना है कि प्रारंभिक जांच में आर्थिक अनियमितताओं से जुड़े अहम तथ्य सामने आए हैं, जिनकी विस्तृत जांच की जा रही है।
फिल्म इंडस्ट्री से जुड़े एक चर्चित नाम के खिलाफ इतने बड़े स्तर की धोखाधड़ी का मामला सामने आने से मनोरंजन जगत में भी हलचल है। यह मामला न सिर्फ राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय समाचारों में चर्चा का विषय बना हुआ है, बल्कि पब्लिक इंटरेस्ट स्टोरी के तौर पर भी देखा जा रहा है। फिलहाल उदयपुर पुलिस लेनदेन से जुड़े दस्तावेजों और गवाहों के बयान जुटाने में लगी है, जबकि अगली सुनवाई की तारीख का इंतजार किया जा रहा है।
