- Hindi News
- राशिफल
- पंचांग: आज राहुकाल के समय भूलकर भी न करें पूजा-पाठ, जानें शुभ मुहूर्त और ग्रह-नक्षत्रों की चाल
पंचांग: आज राहुकाल के समय भूलकर भी न करें पूजा-पाठ, जानें शुभ मुहूर्त और ग्रह-नक्षत्रों की चाल
Dharm, Desk

आज कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि है। इस दिन भगवान शिव के उग्र रूप काल भैरव की उपासना की जाती है, जो समय के देवता माने गए हैं। शास्त्रों के अनुसार, इस तिथि पर शुभ कार्य, नई शुरुआत, या कोई बड़ा निर्णय लेने से बचना चाहिए। आइए जानते हैं आज का विस्तृत पंचांग, राहुकाल, शुभ मुहूर्त और ग्रहों की स्थिति।
आज का पंचांग (14 अक्टूबर 2025, मंगलवार)
-
विक्रम संवत: 2081
-
मास: कार्तिक
-
पक्ष: कृष्ण पक्ष
-
तिथि: अष्टमी
-
दिन: मंगलवार
-
योग: शिव
-
नक्षत्र: पुनर्वसु
-
करण: कौलव
-
चंद्र राशि: मिथुन
-
सूर्य राशि: कन्या
-
सूर्योदय: सुबह 06:35 बजे
-
सूर्यास्त: शाम 06:15 बजे
-
चंद्रोदय: देर रात 12:25 बजे (15 अक्टूबर)
-
चंद्रास्त: दोपहर 01:52 बजे
राहुकाल और अशुभ समय
-
राहुकाल: दोपहर 03:20 बजे से 04:47 बजे तक
-
यमगंड: सुबह 10:58 बजे से दोपहर 12:25 बजे तक
-
गुलिक काल: सुबह 08:25 से 09:52 बजे तक
इन अवधियों में किसी शुभ कार्य, यात्रा या पूजा की शुरुआत करना वर्जित माना गया है।
आज का नक्षत्र और ग्रह स्थिति
आज चंद्रमा मिथुन राशि में और पुनर्वसु नक्षत्र में संचरण कर रहे हैं। यह नक्षत्र अदिति देवी के अधीन और बृहस्पति ग्रह के स्वामित्व वाला है। यह नक्षत्र गतिशील और शुभ माना जाता है, अतः यात्रा, पूजा, बागवानी, मित्रों से भेंट और वाहन सेवा जैसे कार्यों के लिए अनुकूल है।
पुनर्वसु नक्षत्र मिथुन राशि के 20 अंश से लेकर कर्क राशि के 3 अंश 20 कला तक फैला है।
आज के दिन क्या न करें
अष्टमी तिथि और राहुकाल दोनों ही समय शुभ कार्यों के लिए वर्जित माने गए हैं।
-
विवाह, गृह प्रवेश, या नया व्यवसाय आरंभ न करें।
-
विवाद या किसी निर्णयात्मक वार्तालाप से भी बचें।
-
मेडिकल ट्रीटमेंट या बड़ी सर्जरी जैसे कार्यों को टालना शुभ रहेगा।
शुभ कार्यों के लिए अनुकूल समय
राहुकाल और यमगंड से पहले का समय यानी सुबह 6:35 से 9:00 बजे तक शुभ पहर माना गया है। इस अवधि में पूजा, ध्यान, जप या यात्रा प्रारंभ करना फलदायक रहेगा।