देश की राजनीति में राहुल गांधी की हरकतें अब कोई नई बात नहीं रही। चुनाव आयोग पर बिना किसी ठोस वजह के आरोप लगाना और बिना सोच-समझे बयान देना उनकी रोजमर्रा की आदत बन चुकी है। देश की जनता अब यह समझने लगी है कि वह कांग्रेस पार्टी, जिसने कभी इमरजेंसी के ज़रिए लोकतंत्र को कुचला था, आज उसी लोकतंत्र की दुहाई कैसे दे रही है।
कांग्रेस ने कई बार केंद्र और प्रदेश सरकारों को गिराने का काला इतिहास बनाया है, जिसे देश के लोग बखूबी जानते हैं। फिर भी राहुल बाबा और कांग्रेस यह बात कभी साफ-साफ देश के सामने क्यों नहीं रखते? सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका वाड्रा जैसे नेताओं को देखकर लगता है जैसे ये लोग सांसद का पद इटली या विदेश में जीतते हों, क्योंकि देश में इनके लिए जनता का कोई खास सम्मान नहीं दिखता।
आज कर्नाटक, तेलंगाना, हिमाचल प्रदेश जैसे राज्यों में कांग्रेस सरकार है, लेकिन उनकी कारगुजारियां और जनता के साथ धोखा छुपाना राहुल गांधी के लिए कोई चिंता का विषय नहीं है। पूरा देश प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ खड़ा है, देश की सेना पर गर्व महसूस कर रहा है, लेकिन कांग्रेस के नेता पाकिस्तान के वकील बने हुए हैं। कश्मीर में आतंकवाद को लेकर पाकिस्तान को क्लीन चिट देना राहुल गांधी का नया ‘फैशन’ बन गया है।
राहुल गांधी सोचते हैं कि देश की जनता उन्हें वोट देगी, लेकिन कांग्रेस को अपनी ही गलत नीतियों पर नजर डालनी चाहिए। राम मंदिर के भव्य निर्माण के समय अगर कांग्रेस और गांधी परिवार को वहां बुलाया जाए तो वे मुस्लिम तुष्टिकरण के कारण वहां जाने से इंकार कर देंगे। क्या देश की जनता इस छल-कपट को भूल पाएगी?
राहुल गांधी और कांग्रेस के नेता लगातार पाकिस्तान और चीन के पक्ष में बयान देकर देश की सेना और देश के मनोबल को तोड़ने का काम कर रहे हैं। अगर कांग्रेस को बचाना है तो सबसे पहले राहुल गांधी की शादी कर देनी चाहिए ताकि उन्हें एक समझदार जीवनसाथी मिल सके।
राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस तीन बार लोकसभा चुनाव में जनता द्वारा नकार दी गई है, फिर भी वे अपनी गलतियों से सीखने को तैयार नहीं हैं। देश की सेना, न्यायपालिका, चुनाव आयोग पर लगातार हमले और विदेशों में नकारात्मक टिप्पणी से जनता आहत हो रही है। लेकिन कुछ समय चर्चित रहने के लिए प्रधानमंत्री मोदी का विरोध करते-करते कांग्रेस देश का विरोध करने लगी है।
देश की जनता अपने सनातन धर्म, देश और सेना से गहरा प्रेम करती है। जब कांग्रेस और राहुल गांधी इनके खिलाफ बयान देते हैं, तो वे चुनाव में कांग्रेस को सबक सिखाती है। यदि राहुल गांधी देश के किसी भी बच्चे से पूछें कि कांग्रेस को क्यों नकारा जा रहा है, तो बच्चा भी उन्हें सच्चाई का आइना दिखा देगा।
राहुल गांधी की चापलूस टीम उन्हें देश की हकीकत नहीं बताती और वे समाज से कटे हुए हैं। कांग्रेस और उसके नेता पाकिस्तान व चीन की चिंता क्यों करते हैं, इसका जवाब देश की जनता जानना चाहती है।
राहुल बाबा, देश जनता से जुड़े और अपने बचपने को छोड़कर जिम्मेदार नेता बनिए, तभी कांग्रेस का भविष्य बेहतर होगा।
— राकेश शर्मा