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16 दिसंबर 2025 पंचांग: धनु संक्रांति के साथ शुरू हुआ खरमास, मांगलिक कार्यों पर विराम
Dharm, Desk
आज पौष माह के कृष्ण पक्ष की द्वादशी तिथि है। मंगलवार होने के कारण दिन का प्रभाव मंगल ग्रह से जुड़ा रहेगा, जबकि द्वादशी तिथि पर शुक्र ग्रह का आधिपत्य माना गया है। धार्मिक दृष्टि से आज का दिन दान, सेवा और संयम के लिए विशेष फलदायी माना जाता है।
आज सफला एकादशी का पारण किया जाएगा और धनु संक्रांति के साथ ही खरमास का आरंभ हो रहा है, जिसके चलते विवाह, गृह प्रवेश और अन्य शुभ संस्कारों पर रोक लग जाती है।
आज का पंचांग विवरण
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विक्रम संवत: 2082
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मास: पौष
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पक्ष: कृष्ण
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तिथि: द्वादशी
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वार: मंगलवार
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योग: अतिगंड
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नक्षत्र: स्वाति
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करण: कौलव
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चंद्र राशि: तुला
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सूर्य राशि: धनु
सूर्य–चंद्र समय
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सूर्योदय: सुबह 07:12 बजे
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सूर्यास्त: शाम 05:56 बजे
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चंद्रोदय: 17 दिसंबर, तड़के 04:41 बजे
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चंद्रास्त: दोपहर 02:36 बजे
अशुभ समय (काल विशेष)
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राहुकाल: दोपहर 03:15 से 04:36 बजे तक
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यमगंड: 11:14 से 12:34 बजे तक
इन समयावधियों में शुभ कार्यों से बचना उचित माना जाता है। इसके साथ ही गुलिक काल, दुमुहूर्त और वर्ज्यम् में भी नए कार्य आरंभ नहीं करने की सलाह दी जाती है।
स्वाति नक्षत्र का प्रभाव
आज चंद्रमा तुला राशि में स्थित होकर स्वाति नक्षत्र में गोचर कर रहे हैं। यह नक्षत्र तुला राशि में 6°40’ से 20° तक फैला होता है।
स्वाति नक्षत्र के स्वामी राहु और देवता वायु माने जाते हैं। यह नक्षत्र अस्थायी प्रकृति के कार्यों के लिए उपयुक्त होता है।
आज के लिए अनुकूल कार्य
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यात्रा करना
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वाहन या अन्य वस्तुओं की खरीदारी
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मित्रों से मुलाकात
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बागवानी या सजावटी कार्य
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जुलूस, सामाजिक कार्यक्रमों में भागीदारी
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अस्थायी योजनाओं की शुरुआत
आज क्या न करें
धनु संक्रांति से शुरू हुए खरमास के कारण विवाह, मुंडन, गृह प्रवेश, नामकरण जैसे मांगलिक संस्कार फिलहाल वर्जित माने जाते हैं। इस अवधि में पूजा-पाठ, दान और साधना पर विशेष जोर दिया जाता है।
