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भाई दूज पर गुरुवार के विशेष उपाय : बृहस्पति देव को प्रसन्न करने से बढ़ेगा सौभाग्य, बहन-भाई दोनों के जीवन में आएगी समृद्धि
Dharm, Desk

आज का दिन अत्यंत शुभ संयोग लेकर आया है — कार्तिक शुक्ल द्वितीया यानी भैया दूज और साथ ही गुरुवार, जो बृहस्पति देव और भगवान विष्णु की पूजा का विशेष दिन है। जब भाई-बहन के स्नेह का पर्व और गुरु ग्रह की कृपा का दिन एक साथ पड़ता है, तो शुभ फल कई गुना बढ़ जाते हैं। इस अद्भुत योग में कुछ आसान उपाय करने से धन, सुख, ज्ञान और सौभाग्य में वृद्धि होती है।
भाई दूज पर गुरुवार के शुभ उपाय
1. विष्णु और लक्ष्मी की संयुक्त पूजा करें
आज भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की एक साथ पूजा करें। पीले फूल, तुलसी और हल्दी से अर्चन करें। ‘ॐ नमो भगवते वासुदेवाय’ मंत्र का 108 बार जाप करें। यह उपाय परिवार में सुख-शांति और आपसी प्रेम को बढ़ाता है।
2. बहन भाई को हल्दी का तिलक लगाए
भाई दूज के अवसर पर बहन अपने भाई को हल्दी या चंदन का तिलक लगाए और उसके माथे पर अक्षत चढ़ाए। यह तिलक न केवल रक्षा का प्रतीक है, बल्कि गुरु ग्रह को भी प्रसन्न करता है। इससे भाई की बुद्धि, सौभाग्य और आयु में वृद्धि होती है।
3. पीले वस्त्र पहनें और पीला भोजन करें
चूंकि आज गुरुवार है, इसलिए भाई-बहन दोनों को पीले रंग के वस्त्र धारण करने चाहिए। भोजन में चने की दाल, बेसन या हल्दी से बने व्यंजन शामिल करें। यह उपाय बृहस्पति की ऊर्जा को सक्रिय करता है और घर में सकारात्मकता लाता है।
4. गरीबों और ब्राह्मणों को दान करें
आज के दिन पीले फल, वस्त्र, हल्दी या गुड़-चना का दान करना शुभ माना जाता है। ऐसा करने से गुरु दोष दूर होता है और आर्थिक प्रगति के योग बनते हैं।
5. गुरु के नाम का दीप जलाएं
संध्या के समय उत्तर दिशा की ओर मुख करके पीले घी का दीपक जलाएं और ‘ॐ बृं बृहस्पतये नमः’ मंत्र का 108 बार जाप करें। यह उपाय करियर, ज्ञान और पारिवारिक जीवन में शुभ परिणाम देता है।
आज का विशेष संयोग : भाई दूज + गुरुवार
ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, भाई दूज और गुरुवार का यह संगम हर साल बहुत कम देखने को मिलता है। इस दिन की पूजा और व्रत से गुरु ग्रह की कृपा के साथ-साथ पारिवारिक प्रेम भी मजबूत होता है।
भाई दूज के इस पवित्र गुरुवार को यदि श्रद्धा और नियमपूर्वक पूजा, दान और जप किया जाए, तो बृहस्पति देव की असीम कृपा प्राप्त होती है। यह दिन भाई-बहन दोनों के लिए सौभाग्य, स्वास्थ्य और उन्नति का द्वार खोलता है।