- Hindi News
- राज्य
- छत्तीसगढ़
- कॉन्स्टेबल भर्ती 2025 में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी का आरोप
कॉन्स्टेबल भर्ती 2025 में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी का आरोप
Bilaspur, CG
कैंडिडेट्स बोले—कम अंक वालों का चयन, मेरिट वाले बाहर; एक उम्मीदवार के 3–6 जिलों में नाम दर्ज
छत्तीसगढ़ में कॉन्स्टेबल भर्ती 2025 पर भी अनियमितता और भ्रष्टाचार के आरोप गहराते जा रहे हैं। एसआई भर्ती विवाद के बाद अब आरक्षक भर्ती को लेकर कई जिलों के अभ्यर्थी हाईकोर्ट पहुंच गए हैं। युवाओं का आरोप है कि चयन प्रक्रिया में भारी गड़बड़ी की गई, जिसमें मेरिट में आए कैंडिडेट्स को बाहर कर कम अंक वालों का चयन कर लिया गया।
मेरिट वालों के नाम गायब, कम नंबर वालों का चयन
अभ्यर्थियों के अनुसार
-
कई जिलों में ज्यादा अंक हासिल करने वाले युवाओं को चयन सूची से बाहर कर दिया गया,
-
जबकि कम अंकों वाले कैंडिडेट का चयन कर लिया गया।
मुंगेली जिले के एक ओबीसी उम्मीदवार ने बताया कि उसके कुल 136 अंक होने के बावजूद उसका चयन नहीं हुआ, जबकि उससे कम अंक वालों को सामान्य वर्ग से चयनित कर दिया गया।
एक उम्मीदवार का नाम तीन से छह जिलों में दर्ज
कैंडिडेट्स ने सबसे गंभीर आरोप यह लगाया है कि
एक ही अभ्यर्थी का नाम 3, 4, यहां तक कि 6 जिलों की चयन सूची में दर्ज मिला है।
हालांकि नियमों के अनुसार एक कैंडिडेट कई जिलों में आवेदन कर सकता है, लेकिन चयन प्रक्रिया के बाद वह सिर्फ एक जिले में जॉइन करेगा, जिसके चलते बाकी जिलों में रिक्त पद स्वतः खाली रह जाएंगे।
युवाओं का कहना है कि इससे
-
कुल 5,967 पद पूर्ण रूप से भरे ही नहीं जा सकेंगे,
-
और कई योग्य उम्मीदवार मौका मिलने से वंचित हो जाएंगे।
भर्ती प्रक्रिया में बड़ी गड़बड़ी का दावा, बिलासपुर हाईकोर्ट पहुंचे अभ्यर्थी
राज्य के सभी 33 जिलों में भर्ती के परिणाम जारी होने के बाद अभ्यर्थियों ने कई खामियों की लिस्ट तैयार की।
10 दिसंबर को जिलेवार रणनीति बनाकर हजारों युवा बिलासपुर पहुंचे और 11 दिसंबर को हाईकोर्ट के बाहर विरोध करने लगे।
हालांकि पुलिस ने उन्हें हाईकोर्ट परिसर से हटाया, जिसके बाद वे पुलिस ग्राउंड पहुंचे। शुक्रवार को सभी ने हाईकोर्ट में याचिका दाखिल करने पर सहमति बनाई है।
वेटिंग लिस्ट में भी गड़बड़ी के आरोप
अभ्यर्थियों ने वेटिंग लिस्ट पर भी सवाल उठाए हैं।
उनका कहना है कि—
-
अनारक्षित वर्ग की वेटिंग लिस्ट में जिनका नाम है,
-
उसी अभ्यर्थी का नाम रिजर्व कैटेगरी की लिस्ट में भी दर्ज किया गया है।
कैंडिडेट्स का आरोप है कि इससे योग्य उम्मीदवारों को मौका मिलने की पूरी प्रक्रिया गड़बड़ा जाती है, क्योंकि दूसरी वेटिंग लिस्ट जारी नहीं की जाएगी।
एक ही आवेदन नंबर पर अलग-अलग नाम
कोंडागांव और नारायणपुर जैसे जिलों में
-
समान एप्लिकेशन नंबर पर अलग-अलग नाम पाए गए हैं।
युवाओं का कहना है कि 40–50 उम्मीदवार प्रति जिले ऐसे हैं जिनका चयन “गलत तरीके” से किया गया है।
कुछ जिलों में नाम छिपाने का भी आरोप
विभिन्न जिलों में चयन सूची जारी करने का तरीका भी अलग-अलग था।
कुछ में—
-
सिर्फ आवेदन नंबर,
-
कुछ में नाम और रजिस्ट्रेशन नंबर,
-
और कुछ जिलों में केवल नाम व आवेदन नंबर के आधार पर परिणाम जारी किए गए।
युवाओं का कहना है कि इस तरह से कई चयनित कैंडिडेट्स की पहचान छिपाई गई है, जिससे पारदर्शिता पर सवाल उठ रहे हैं।
एसएसपी ने दिया ग्राउंड में रुकने की अनुमति
पुलिस ने गुरुवार को ग्राउंड खाली कराने की कोशिश की, लेकिन अभ्यर्थी एसएसपी ऑफिस पहुंचे और अपनी बातें रखीं।
एसएसपी रजनेश सिंह ने अभ्यर्थियों से दस्तावेजी प्रमाण मांगे और कहा कि वे जांच प्रक्रिया के लिए ग्राउंड में चर्चा कर आवश्यक जानकारियाँ जुटा सकते हैं।
मामला हाईकोर्ट की दहलीज पर, बड़े खुलासों की उम्मीद
कॉन्स्टेबल भर्ती 2025 को लेकर गड़बड़ियों के आरोप अब कानूनी लड़ाई तक पहुंच चुके हैं। अभ्यर्थियों द्वारा याचिका दाखिल होने के बाद उम्मीद की जा रही है कि पूरी चयन प्रक्रिया की निष्पक्ष जांच के लिए अदालत हस्तक्षेप कर सकती है।
हमारे आधिकारिक प्लेटफॉर्म्स से जुड़ें –
🔴 व्हाट्सएप चैनल: https://whatsapp.com/channel/0029VbATlF0KQuJB6tvUrN3V
🔴 फेसबुक: Dainik Jagran MP/CG Official
🟣 इंस्टाग्राम: @dainikjagranmp.cg
🔴 यूट्यूब: Dainik Jagran MPCG Digital
📲 सोशल मीडिया पर जुड़ें और बने जागरूक पाठक।
👉 आज ही जुड़िए!
