कांकेर जिले के आमाबेड़ा क्षेत्र में धर्मांतरण को लेकर हुई हिंसा के विरोध में मंगलवार को जगदलपुर सहित पूरे बस्तर संभाग में व्यापक बंद देखा गया। सर्व समाज के आह्वान पर बुलाए गए इस छत्तीसगढ़ बंद को बस्तर चैंबर ऑफ कॉमर्स का भी समर्थन मिला, जिसके चलते संभागीय मुख्यालय जगदलपुर में सुबह से ही अधिकांश व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद रहे। इस बंद का असर बस्तर के सातों जिलों—जगदलपुर, दंतेवाड़ा, बीजापुर, सुकमा, नारायणपुर, कोंडागांव और कांकेर में देखने को मिला।
बंद को देखते हुए किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए पुलिस और अर्धसैनिक बलों की तैनाती बढ़ा दी गई है। शहर के प्रमुख चौक-चौराहों, बाजार क्षेत्रों और संवेदनशील इलाकों में सुरक्षा बलों की मौजूदगी रही। प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि आवश्यक और आपातकालीन सेवाओं को बंद से बाहर रखा गया है, ताकि आम जनता को असुविधा न हो।
दरअसल, कांकेर जिले के आमाबेड़ा क्षेत्र में हाल ही में धर्मांतरण को लेकर विवाद के बाद हिंसा की घटना सामने आई थी। विश्व हिंदू परिषद का आरोप है कि ईसाई मिशनरियों ने योजनाबद्ध तरीके से स्थानीय जनजातीय समाज के लोगों पर हमला किया, जिसमें कुछ प्रशासनिक अधिकारियों की भूमिका भी संदिग्ध बताई जा रही है। इसी के विरोध में सर्व समाज ने प्रदेशव्यापी बंद का आह्वान किया।
विश्व हिंदू परिषद के जिला अध्यक्ष रवि ब्रह्मचारी ने कहा कि इस घटना की निष्पक्ष और उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए। उन्होंने मांग की कि एक स्वतंत्र समिति गठित कर पूरे मामले की जांच कराई जाए और यदि किसी अधिकारी की संलिप्तता सामने आती है तो उसे तत्काल पद से हटाया जाए। साथ ही उन्होंने गांव-गांव में बने चर्चों की वैधता की जांच की भी मांग की, यह कहते हुए कि जहां ग्राम सभा की अनुमति नहीं है, वहां कार्रवाई की जाए।
बस्तर चैंबर ऑफ कॉमर्स ने मंगलवार शाम बैठक कर बंद के समर्थन का औपचारिक निर्णय लिया। चैंबर अध्यक्ष श्याम सोमानी और महामंत्री नवरतन जलोटा ने कहा कि जनजातीय समाज पर हुए कथित हमले और प्रशासन के पक्षपातपूर्ण रवैये के विरोध में यह समर्थन दिया गया है। हालांकि, उन्होंने स्पष्ट किया कि दूध, दवा, एंबुलेंस और अन्य आवश्यक सेवाएं सुचारू रूप से चलती रहेंगी।
प्रशासन पूरे घटनाक्रम पर नजर बनाए हुए है। अधिकारियों का कहना है कि कानून-व्यवस्था बनाए रखना सर्वोच्च प्राथमिकता है और किसी भी तरह की हिंसा या अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। क्रिसमस से ठीक एक दिन पहले बंद को लेकर प्रशासन अतिरिक्त सतर्कता बरत रहा है।