छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में लंबे समय से बिजली बिल बकाया रखने वाले उपभोक्ताओं के खिलाफ विद्युत विभाग ने सख्त कदम उठाया है। दो दिवसीय विशेष अभियान के तहत शहर और आसपास के इलाकों में 298 बकायेदार उपभोक्ताओं के बिजली कनेक्शन काटे गए, जबकि 153 उपभोक्ताओं से लगभग 37 लाख रुपये की बकाया राशि वसूल की गई। यह कार्रवाई सोमवार और मंगलवार को की गई।
यह अभियान रायगढ़ विद्युत वितरण कंपनी द्वारा चलाया गया, जिसमें सारंगढ़, जांजगीर सहित अन्य जिलों से आई 12 विशेष टीमों को शामिल किया गया। विभाग का उद्देश्य लंबे समय से 10 हजार से 40 हजार रुपये तक के बकाया रखने वाले उपभोक्ताओं पर प्रभावी नियंत्रण करना था।
विभागीय अधिकारियों के अनुसार, अभियान के पहले दिन यानी सोमवार (22 दिसंबर) को कुल 174 उपभोक्ताओं के कनेक्शन डिस्कनेक्ट किए गए। इस दौरान 77 उपभोक्ताओं ने मौके पर ही भुगतान करते हुए लगभग 21 लाख रुपये जमा किए। टीमों ने घर-घर जाकर बकायेदारों की सूची के आधार पर कार्रवाई की।
अभियान के दूसरे दिन मंगलवार को 207 बकायेदारों की सूची तैयार की गई, जिनमें से 124 उपभोक्ताओं की बिजली लाइन काटी गई। इस दौरान 76 उपभोक्ताओं से करीब 16 लाख रुपये की वसूली हुई। विभाग का कहना है कि कुछ उपभोक्ताओं ने कनेक्शन कटने से पहले ही बकाया राशि का भुगतान कर दिया, जिससे उन्हें राहत मिली।
विद्युत विभाग ने स्पष्ट किया है कि यह अभियान यहीं समाप्त नहीं होगा। बुधवार से लगातार जांच अभियान चलाया जाएगा। यदि कोई उपभोक्ता बिना बिजली बिल जमा किए या अवैध रूप से दोबारा कनेक्शन जोड़कर बिजली उपयोग करता पाया गया, तो उसके खिलाफ विद्युत अधिनियम के तहत कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
जोन-वन के कार्यपालन अभियंता आर.के. राव ने बताया कि बकाया राशि की वसूली और विद्युत चोरी रोकने के लिए यह अभियान चलाया गया है। उन्होंने कहा कि विभाग को लगातार शिकायतें मिल रही थीं कि कई उपभोक्ता लंबे समय से भुगतान नहीं कर रहे हैं, जिससे राजस्व को नुकसान हो रहा है।
विभाग ने संकेत दिए हैं कि आने वाले दिनों में यह अभियान अन्य वार्डों और ग्रामीण क्षेत्रों तक भी विस्तारित किया जा सकता है। उपभोक्ताओं से अपील की गई है कि वे समय पर बिजली बिल का भुगतान करें, ताकि असुविधा और कानूनी कार्रवाई से बचा जा सके।