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छत्तीसगढ़ में दो जघन्य हत्याएं: जादू-टोने के शक और घरेलू विवाद ने ली दो जानें, आरोपी गिरफ्तार
Kanker

छत्तीसगढ़ के दो अलग-अलग जिलों से दो बेहद दर्दनाक हत्या की घटनाएं सामने आई हैं, जिनमें एक मासूम नाबालिग लड़की और एक युवक की जान ले ली गई।
एक मामला कांकेर जिले का है, जहां जादू-टोने के संदेह में घर के ही नौकर ने कुल्हाड़ी से 15 वर्षीय किशोरी की हत्या कर दी। वहीं दूसरी घटना सक्ती जिले की है, जहां साले और उसके दोस्त ने मिलकर एक युवक को डंडे और बेल्ट से पीट-पीटकर मार डाला। पुलिस ने दोनों मामलों में तत्परता दिखाते हुए सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
कांकेर में नाबालिग की बेरहमी से हत्या
कांकेर जिले के लारगांव मरकाटोला में शुक्रवार सुबह एक नाबालिग लड़की की निर्मम हत्या कर दी गई। घटना तब घटी जब लड़की के माता-पिता उसे घर में अकेला छोड़कर खेत से गिट्टी लेने गए थे। जब वे लौटे तो देखा कि उनकी बेटी मीनाक्षी पूजा कक्ष के सामने खून से लथपथ पड़ी है। मौके पर मौजूद मजदूर तुलसी राम निषाद के हाथ में खून से सनी कुल्हाड़ी थी। जब परिजनों ने पूछा तो उसने कहा कि मीनाक्षी उस पर "जादू-टोना" कर रही थी, इसलिए उसने उसकी जान ले ली।
हत्या के बाद तुलसी राम मौके से फरार हो गया, लेकिन पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी को सिदेसर चौक से गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में उसने अपना अपराध स्वीकार कर लिया। पुलिस ने आरोपी पर धारा 103(1) बीएनएस के तहत मामला दर्ज कर उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
सक्ती में घरेलू विवाद बना हत्या का कारण
दूसरी घटना सक्ती जिले के डभरा थाना क्षेत्र के फरसवानी गांव की है। यहां अशोक चंद्रा नामक युवक अपनी पत्नी से सुलह करने के लिए ससुराल पहुंचा था। पति-पत्नी के बीच पहले से विवाद चल रहा था और पत्नी अपने मायके में रह रही थी। जब अशोक अपनी पत्नी से मिलने गया, तो वहां बहस और झगड़ा शुरू हो गया।
गुस्से में आकर पत्नी के भाई और उसके दोस्त ने अशोक पर डंडे और बेल्ट से हमला कर दिया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। पुलिस ने दोनों आरोपियों को घटनास्थल से गिरफ्तार कर लिया है। फॉरेंसिक टीम ने जांच शुरू कर दी है और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है।
पुलिस की तत्परता से आरोपी पहुंचे सलाखों के पीछे
इन दोनों मामलों में पुलिस ने समय रहते कार्रवाई कर सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। कांकेर में जहां एक मासूम बच्ची अंधविश्वास की भेंट चढ़ गई, वहीं सक्ती में एक पति को अपनी पत्नी से मिलने की कीमत जान गंवाकर चुकानी पड़ी। इन घटनाओं ने एक बार फिर से अंधविश्वास और घरेलू हिंसा की भयावहता को उजागर किया है।
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि ऐसे मामलों में सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी और समाज को जागरूक करने के लिए भी अभियान चलाए जाएंगे, जिससे भविष्य में इस तरह की घटनाओं पर रोक लगाई जा सके।