- Hindi News
- राज्य
- मध्य प्रदेश
- इंदौर में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान युवकों से मारपीट, धर्मांतरण और विदेशी फंडिंग के लगे आरोप
इंदौर में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान युवकों से मारपीट, धर्मांतरण और विदेशी फंडिंग के लगे आरोप
Indore, MP
.jpg)
धर्मांतरण के आरोपों को खारिज करने के लिए प्रेस कॉन्फ्रेंस करने पहुंचे पत्रकार सौरभ बेनर्जी और उनके साथियों के साथ गुरुवार को इंदौर प्रेस क्लब के बाहर बजरंग दल कार्यकर्ताओं ने मारपीट की।
घटना उस वक्त हुई जब सौरभ और एक युवती मीडिया से बात करने वाले थे। तभी कुछ लोग वहां पहुंचे और आरोपियों पर हमला बोल दिया।
स्थिति बिगड़ती देख सेंट्रल कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों को भीड़ से सुरक्षित बाहर निकालकर थाने ले गई। इस दौरान मीडियाकर्मियों ने भी बीच-बचाव कर स्थिति को संभालने की कोशिश की।
क्या है पूरा मामला?
घटना की जड़ें देवास जिले के शुक्रवासा गांव से जुड़ी हैं, जहां कुछ युवक-युवतियों की गतिविधियों को संदिग्ध मानते हुए पुलिस ने पूछताछ की थी। आरोप है कि इन लोगों ने जंगल क्षेत्र में टेंट लगाकर जरूरतमंदों को लालच देकर अपने साथ जोड़ने की कोशिश की।
पुलिस जांच में सामने आया कि इन लोगों ने सिर्फ दो हजार रुपये में करीब साढ़े छह बीघा जमीन किराए पर लेकर अस्थायी डेरा जमा रखा था। वहां से चार युवकों को हिरासत में लिया गया, जबकि कुछ अन्य फरार हैं।
आरोपों को गलत बताने आए थे प्रेस के सामने
पत्रकार सौरभ बेनर्जी, जो पहले फ्री प्रेस में कार्यरत रहे और वर्तमान में ग्लोबल हैराल्ड से जुड़े हैं, ने बताया कि उनका धर्मांतरण या विदेशी फंडिंग से कोई लेना-देना नहीं है। वे सिर्फ सामाजिक कार्य कर रहे थे, जिसकी सूचना उन्होंने प्रशासन को पहले ही दे रखी थी।
उन्होंने आरोप लगाया कि उन्हें और उनके साथियों को झूठे आरोपों में फंसाया जा रहा है, जबकि वे खुद पूजा-पाठ करने वाले व्यक्ति हैं और किसी भी रूप में धर्म परिवर्तन से नहीं जुड़े हैं।
खुलेआम धमकियां, मीडिया से बातचीत पर रोक
हंगामे के दौरान बजरंग दल के कुछ कार्यकर्ता सौरभ और उनके साथ आई युवती को जान से मारने की धमकी देने लगे। यहां तक कि उन्होंने प्रेस के सामने मीडिया से बात न करने की चेतावनी दी। इस वजह से प्रेस क्लब के बाहर कुछ देर के लिए तनाव और अफरा-तफरी का माहौल बन गया।
पुलिस जांच जारी, दस्तावेजों की कमी पर सवाल
टीआई अजय गुर्जर ने बताया कि मामले की जांच सभी ऐंगल से की जा रही है। जंगल से पकड़े गए युवकों के पास से कोई वैध पहचान पत्र या दस्तावेज नहीं मिले हैं। इनका कथित लीडर सौम्य बनर्जी बताया जा रहा है। हिरासत में लिए गए युवक अलग-अलग राज्यों से हैं, जबकि दोनों युवतियां इंदौर की निवासी हैं।