- Hindi News
- राज्य
- मध्य प्रदेश
- गर्मियों में सावन जैसी फुहारें: एमपी के 35 जिलों में बारिश का अलर्ट, लू से जूझेंगे कुछ इलाके
गर्मियों में सावन जैसी फुहारें: एमपी के 35 जिलों में बारिश का अलर्ट, लू से जूझेंगे कुछ इलाके
BHOPAL, MP

मध्यप्रदेश में मई का महीना इस बार कुछ अलग ही अंदाज़ में सामने आया है।
जहां आमतौर पर इस समय तेज गर्मी और लू का प्रकोप रहता है, वहीं इस बार मौसम ने करवट ली है और सावन-भादों जैसी बारिश, ओले और आंधी का दौर देखने को मिल रहा है। बुधवार को प्रदेश के कई हिस्सों में मौसम ने अचानक रुख बदला, और गुरुवार को भी हालात ऐसे ही बने रहने की संभावना है।
बुधवार को ओले-बारिश का तांडव
बुधवार को प्रदेश के 13 से अधिक जिलों में तेज आंधी और बारिश हुई।
-
सीहोर के गांवों में ओले गिरे।
-
भोपाल-इंदौर में दोपहर तक चिलचिलाती गर्मी रही, लेकिन बाद में हल्की बारिश ने राहत दी।
-
विदिशा, रतलाम, धार, रायसेन, सागर, बालाघाट, नर्मदापुरम, रीवा और छिंदवाड़ा जैसे जिलों में भी बारिश का सिलसिला चलता रहा।
कहीं बारिश, कहीं लू: खजुराहो बना ‘तपता ताज’
मौसम विभाग के अनुसार, अरब सागर में बने चक्रवात और ट्रफ लाइन के असर से प्रदेश का मौसम प्रभावित हुआ है।
-
खजुराहो सबसे गर्म रहा, जहां तापमान 46°C दर्ज हुआ।
-
नौगांव 45.2°C, टीकमगढ़ 44.5°C, गुना 44.4°C, शिवपुरी 44.2°C, सतना 43.6°C और दमोह में तापमान 42°C रहा।
आज इन जिलों में बारिश का अलर्ट जारी
मौसम विभाग ने गुरुवार, 23 मई को इन जिलों में तेज आंधी और बारिश का अलर्ट जारी किया है:
ऑरेंज अलर्ट (तेज आंधी और बारिश के साथ ओलावृष्टि की संभावना):
छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, अनूपपुर, डिंडोरी, मंडला, बालाघाट, सिवनी, बैतूल, हरदा, बड़वानी, अलीराजपुर, झाबुआ, खंडवा, खरगोन, बुरहानपुर
येलो अलर्ट (आंधी और बारिश की संभावना):
भोपाल, इंदौर, उज्जैन, जबलपुर, सतना, सीधी, सिंगरौली, सीहोर, शाजापुर, शहडोल, उमरिया, रीवा, मऊगंज, रायसेन, विदिशा, देवास, धार, रतलाम, नरसिंहपुर, नर्मदापुरम
इन जिलों में लू का कहर जारी रहेगा
जहां एक ओर कई जिले बारिश से राहत पा रहे हैं, वहीं ग्वालियर, मुरैना, भिंड, दतिया, निवाड़ी, टीकमगढ़ और छतरपुर में लू का खतरा बना हुआ है। इन इलाकों में गर्म हवाएं और तेज धूप से लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
15 जून तक दस्तक दे सकता है मानसून
इस बार नौतपा की शुरुआत 25 मई से होगी और यह 2 जून तक चलेगा। मौसम विभाग की मानें तो इस बार मानसून समय से पहले, यानी 15 जून तक मध्यप्रदेश में प्रवेश कर सकता है।