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मध्यप्रदेश में बड़े पैमाने पर मॉक ड्रिल: मॉल में उठे धुएं के बीच रेस्क्यू ऑपरेशन, ब्लैकआउट से लोगों को सिखाया संकट प्रबंधन
Bhopal

मध्यप्रदेश के भोपाल, इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर और कटनी में बुधवार को आपदा प्रबंधन के तहत मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया।
शाम चार बजे शुरू हुई इस राज्यव्यापी एक्सरसाइज में आग लगने, घायलों के रेस्क्यू, बिल्डिंग से निकासी और इमरजेंसी ट्रीटमेंट के सजीव दृश्य रचे गए। ड्रिल के दौरान मॉल, कॉलेज और भीड़भाड़ वाले इलाकों में अचानक धुआं छोड़ा गया और अलार्म बजते ही रेस्क्यू टीमें सक्रिय हो गईं।
भोपाल के डीबी मॉल में सबसे बड़ा अभ्यास किया गया, जहां धुएं और आग के बीच फायर ब्रिगेड, पुलिस, एयरफोर्स, एनडीआरएफ और एसडीईआरएफ की टीमें तेजी से पहुंचीं और आग बुझाने के साथ-साथ घायलों को सुरक्षित निकाला। घायलों को तत्काल नूतन कॉलेज में बने अस्थायी अस्पताल में ले जाया गया, जहां प्राथमिक उपचार की व्यवस्था की गई थी।
इंदौर के डेंटल कॉलेज और जबलपुर के मॉल में भी इसी तरह का रेस्क्यू ऑपरेशन हुआ। यहां फंसे लोगों को CPR देना, स्ट्रेचर पर शिफ्ट करना और ट्रॉमा ज़ोन में ले जाना सिखाया गया।
शाम 7:30 बजे 12 मिनट का ब्लैकआउट रखा गया, जिससे लोगों को बिजली गुल होने की स्थिति में सुरक्षित रहने और दिशा-संकेतों का पालन करने का अनुभव कराया गया। भोपाल के न्यू मार्केट, भेल परिसर और कोकता क्षेत्र में भी मॉक ड्रिल आयोजित की गई, जहां हमले और आपात परिस्थितियों से निपटने की ट्रेनिंग दी गई।
इस मॉक ड्रिल का संचालन 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत केंद्रीय गृह मंत्रालय के निर्देशों पर किया गया था। इसका उद्देश्य आम नागरिकों को आपदा के वक्त संयम बरतने और राहत दलों के साथ सहयोग करने के लिए तैयार करना था।
चूक से मिली सीख, फौरन की गई सुधार
नूतन कॉलेज स्थित अस्थायी अस्पताल में एक वाकया सामने आया, जब मेडिकल स्टाफ ऑक्सीजन सिलेंडर तो ले आया लेकिन मास्क किट भूल गया। बाद में गलती सुधारते हुए जेपी अस्पताल से किट मंगवाई गई। इस दौरान 110 सदस्यीय मेडिकल टीम तैनात थी जिसमें डॉक्टर्स, नर्सिंग और पैरामेडिकल स्टाफ शामिल थे।
भोपाल पुलिस कमिश्नर हरिनारायण चारी मिश्रा ने बताया कि, “इस अभ्यास का मुख्य उद्देश्य लोगों को तैयार करना है ताकि किसी भी आपात स्थिति में वे खुद को सुरक्षित रख सकें और दूसरों की मदद कर सकें। साथ ही रेस्क्यू टीमों में आपसी समन्वय बेहतर हो।”
भेल क्षेत्र में भी ड्रिल, पुलिस लाइन में हुआ प्रैक्टिस रिहर्सल
पिपलानी स्थित भेल परिसर में भी मॉक ड्रिल की गई, जहां रेस्क्यू टीमों ने इमारत के मलबे से घायलों को निकाला और उन्हें पास के अस्पतालों में पहुंचाया। इससे पहले पुलिस लाइन नेहरू नगर में आपदा के दौरान प्राथमिक उपचार और सुरक्षित स्थान पर लोगों को पहुंचाने का रिहर्सल हुआ।
ड्रिल के दौरान लोगों को CPR देना भी सिखाया गया, साथ ही आग लगने की स्थिति में खुद को और दूसरों को कैसे बचाया जाए, इसका प्रदर्शन किया गया।