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2026 में कब मनाए जाएंगे मकर संक्रांति, होली और दिवाली? देखें नए साल के व्रत-त्योहारों की पूरी सूची
Dharam Desk
हिंदू पंचांग के अनुसार 2026 में प्रमुख व्रत-त्योहार किस तारीख और किस दिन पड़ेंगे, यहां जानें सालभर का कैलेंडर
साल 2026 की शुरुआत के साथ ही लोगों के मन में आने वाले व्रत और त्योहारों की तारीखों को लेकर उत्सुकता बढ़ गई है। हिंदू धर्म में व्रत और पर्व केवल धार्मिक अनुष्ठान नहीं, बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक एकता के प्रतीक भी माने जाते हैं। मकर संक्रांति, होली और दिवाली जैसे बड़े त्योहारों से लेकर एकादशी, प्रदोष और शिवरात्रि जैसे व्रत पूरे वर्ष धार्मिक जीवन की दिशा तय करते हैं।
हिंदू पंचांग के अनुसार, अधिकांश त्योहार सूर्य और चंद्रमा की गति पर आधारित होते हैं, इसलिए हर साल उनकी तिथियों में बदलाव होता है। ऐसे में साल 2026 में प्रमुख व्रत-त्योहार कब मनाए जाएंगे, यह जानना लोगों के लिए जरूरी हो जाता है, ताकि धार्मिक अनुष्ठानों और पारिवारिक आयोजनों की पहले से योजना बनाई जा सके।
मकर संक्रांति 2026
साल 2026 में मकर संक्रांति 14 जनवरी, बुधवार को मनाई जाएगी। इसी दिन पोंगल, उत्तरायण और षटतिला एकादशी जैसे पर्व भी पड़ रहे हैं। मकर संक्रांति को सूर्य के मकर राशि में प्रवेश का पर्व माना जाता है और इसका विशेष महत्व दान-पुण्य से जुड़ा है।
होली 2026
फाल्गुन मास की पूर्णिमा पर मनाई जाने वाली होली से एक दिन पहले 3 मार्च को होलिका दहन होगा, जबकि 4 मार्च, बुधवार को रंगों का पर्व होली मनाया जाएगा। यह पर्व सामाजिक समरसता और भाईचारे का प्रतीक माना जाता है।
दिवाली 2026
दीपों का त्योहार दिवाली साल 2026 में 8 नवंबर को मनाई जाएगी। इसके अगले दिन 9 नवंबर को दिवाली अमावस्या होगी। इससे पहले 6 नवंबर को धनत्रयोदशी और बाद में 10 नवंबर को बलिपद्यमी मनाई जाएगी।
नवरात्रि और राम नवमी
चैत्र नवरात्रि की शुरुआत 19 मार्च से होगी, इसी दिन घटस्थापना, उगाड़ी और गुड़ी पड़वा भी मनाए जाएंगे। 26 मार्च को राम नवमी और 27 मार्च को नवरात्रि पारणा होगी। वहीं शारदीय नवरात्रि 11 अक्टूबर से शुरू होकर 20 अक्टूबर को दशहरा के साथ संपन्न होगी।
महाशिवरात्रि और अन्य प्रमुख व्रत
महाशिवरात्रि 15 फरवरी को मनाई जाएगी। इसके अलावा सालभर एकादशी, प्रदोष व्रत, संकष्टी चतुर्थी और पूर्णिमा-अमावस्या जैसे महत्वपूर्ण व्रत भी नियमित रूप से पड़ेंगे, जिनका धार्मिक जीवन में विशेष महत्व है।
धार्मिक विशेषज्ञों के अनुसार, व्रत और त्योहार न केवल आस्था से जुड़े होते हैं, बल्कि पारिवारिक परंपराओं और सांस्कृतिक पहचान को भी मजबूत करते हैं। ऐसे में 2026 के व्रत-त्योहारों की यह सूची लोगों को पूरे साल की धार्मिक योजनाओं में मददगार साबित होगी।
