- Hindi News
- राज्य
- छत्तीसगढ़
- पूर्व विधायक के भाई की सुपारी देकर हत्या: पत्नी से अवैध संबंध का शक बना वजह, जेल में बंद आरोपी ने रच...
पूर्व विधायक के भाई की सुपारी देकर हत्या: पत्नी से अवैध संबंध का शक बना वजह, जेल में बंद आरोपी ने रची साजिश
रायगढ़, छत्तीसगढ़

छत्तीसगढ़ के रायगढ़ में एक दिल दहला देने वाला हत्याकांड सामने आया है।
कांग्रेस के पूर्व विधायक चक्रधर सिंह सिदार के छोटे भाई और ग्राम सचिव जयपाल सिंह सिदार की हत्या एक कैदी ने जेल के भीतर से सुपारी देकर करवाई। वजह थी – पत्नी से अवैध संबंध का शक।
इस हत्या की साजिश रचने वाला शिव साहू पहले से एक हत्या के मामले में जेल में बंद था। उसने जेल से ही जयपाल की हत्या के लिए 1 लाख रुपए की सुपारी दी, जिसमें से 10 हजार रुपए एडवांस दिए गए। हत्या को अंजाम देने वाले शुभम गुप्ता और उसके दो साथियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। जयपाल की गला घोंटकर हत्या कर दी गई थी और शव को सिसरिंगा घाटी के जंगल में फेंक दिया गया।
23 दिन बाद जंगल से बरामद हुआ शव
जयपाल सिंह सिदार 7 जुलाई को रहस्यमयी तरीके से लापता हो गया था। पहले पुलिस ने उसे लापता मानकर तलाश शुरू की, लेकिन 23 दिन बाद सिसरिंगा घाटी के जंगल में उसका सड़ा-गला शव मिला। इसके बाद पूरे मामले की परतें खुलनी शुरू हुईं।
ऐसे रची गई साजिश
जयपाल पाकरगांव का ग्राम सचिव था और शुभम गुप्ता प्रधानमंत्री आवास योजना में आवास मित्र के पद पर कार्यरत था। 7 जुलाई की सुबह शुभम ने जयपाल को फोन कर किसी बहाने कोतबा बुलाया। जयपाल अपने बच्चे को स्कूल छोड़कर निकला था। शुभम अपने दो साथियों कमलेश यादव और मदन गोपाल के साथ वहां पहुंचा। सभी जयपाल की ही कार में निकले।
कार के पीछे वाली सीट पर बैठे शुभम और जयपाल के बीच कुछ देर बातचीत हुई। लेकिन जैसे ही कार जशपुर रोड की ओर बढ़ी, तीनों ने मिलकर चलती कार में गमछे से जयपाल का गला घोंट दिया। हत्या के बाद शव को जंगल में फेंक दिया गया।
मोबाइल और सबूतों को भी किया गायब
हत्या के बाद आरोपियों ने जयपाल का मोबाइल बंद कर दिया और सबूत मिटाने के लिए उसका फोन मैनपाट के जंगल में फेंक दिया। कार से नंबर प्लेट हटाकर कुछ दिनों तक उसका इस्तेमाल किया गया। बाद में कार को लाखा के पास सड़क किनारे लावारिस हालत में छोड़ दिया गया। हत्या में इस्तेमाल किया गया गमछा भी जला दिया गया।
अवैध संबंधों का शक बनी वजह
मुख्य साजिशकर्ता शिव साहू की पत्नी पाकरगांव में ही रोजगार सहायिका है। शिव को शक था कि उसकी पत्नी और जयपाल सिंह के बीच अवैध संबंध हैं। इसी शक में उसने जयपाल को रास्ते से हटाने की साजिश रची। जब वह 6 महीने पहले पैरोल पर जेल से बाहर आया था, तब उसने शुभम गुप्ता से जयपाल की हत्या की बात की और 1 लाख रुपए की सुपारी तय की। 3 जुलाई को फिर से पैरोल पर बाहर आने के बाद उसने शुभम को 10 हजार रुपए एडवांस में दिए।
मोबाइल रिकॉर्ड से खुला राज
21 जुलाई को जयपाल की लावारिस कार बरामद होने के बाद पुलिस ने उसके मोबाइल रिकॉर्ड की जांच की। कॉल डिटेल में शुभम का नंबर सामने आया। पुलिस ने उस पर नजर रखी और फिर हिरासत में लेकर पूछताछ की। आखिरकार उसने अपना गुनाह कबूल कर लिया।
चार में से तीन आरोपी गिरफ्तार
पुलिस अधीक्षक दिव्यांग पटेल ने बताया कि इस केस में कुल चार आरोपी हैं, जिनमें से तीन को गिरफ्तार कर लिया गया है। मुख्य साजिशकर्ता शिव साहू अभी जेल में है और उस पर आगे की कार्रवाई की जा रही है। पुलिस ने हत्या की साजिश, सुपारी, हत्या की योजना और सबूत मिटाने की पूरी कड़ी जोड़ ली है।