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खाद की बोरी लेकर विधानसभा पहुंचे कांग्रेस विधायक, बोले- किसान बेहाल, सरकार कर रही झूठे दावे
BHOPAL, MP

मध्य प्रदेश विधानसभा के मानसून सत्र के पांचवें दिन शुक्रवार को विपक्ष ने अनोखे तरीके से किसानों की समस्याएं सदन के सामने रखीं।
कांग्रेस विधायक खाद की बोरियां और नैनो खाद की बोतलें लेकर विधानसभा पहुंचे और गांधी प्रतिमा के सामने जोरदार प्रदर्शन किया। विपक्ष का आरोप था कि प्रदेश में किसान खाद और बीज के संकट से जूझ रहा है, जबकि सरकार ज़मीनी हकीकत से मुंह मोड़ रही है।
कांग्रेस का आरोप: किसानों को नहीं मिल रही राहत
नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार की अगुवाई में कांग्रेस विधायकों ने विधानसभा परिसर में प्रदर्शन करते हुए कहा—
“खाद की किल्लत, नैनो खाद की जबरन आपूर्ति, मुआवज़ा नहीं और कर्ज़ से जूझते किसान… प्रदेश की खेती संकट में है।”
कांग्रेस नेताओं ने नैनो खाद को किसानों पर थोपा गया प्रयोग बताया और कहा कि इससे उनकी समस्याएं और बढ़ी हैं। उन्होंने सरकार से तत्काल राहत उपाय और ईमानदार आपूर्ति तंत्र लागू करने की मांग की।
सरकार का जवाब: कहीं कोई खाद की कमी नहीं
विपक्ष के आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए कृषि मंत्री एदल सिंह कंषाना ने कहा—
“प्रदेश में खाद की कोई कमी नहीं है। सभी जिलों में खाद की आपूर्ति समय पर की जा रही है। कांग्रेस जनता को गुमराह कर रही है।”
उन्होंने दावा किया कि किसानों को जरूरत के अनुसार खाद उपलब्ध कराया जा रहा है और विभाग नियमित मॉनीटरिंग कर रहा है।
गोविंद सिंह राजपूत का पलटवार: कांग्रेस को आदत है ड्रामा करने की
कांग्रेस के प्रदर्शन पर कैबिनेट मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा—
“मैं खुद किसान हूं, आज तक किसी जिले से कोई खाद संकट की शिकायत नहीं आई। कांग्रेस को हर बात का ड्रामा करना आता है।”
उन्होंने यह भी कहा कि वे बाढ़ प्रभावित गुना जिले के प्रभारी हैं और स्थिति पर मुख्यमंत्री स्वयं नजर रखे हुए हैं। विधानसभा सत्र समाप्त होते ही वे मौके पर पहुंचेंगे।
विधानसभा में पहली बार ऐसा दृश्य
कांग्रेस के इस प्रदर्शन ने विधानसभा परिसर में अलग ही दृश्य पैदा कर दिया। खाद की बोरियों और नैनो खाद की बोतलों के साथ प्रदर्शन करना, सत्ता पक्ष पर राजनीतिक और नैतिक दबाव बनाने का एक प्रतीकात्मक लेकिन तीखा प्रयास था।