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ढाका में बड़ा हादसा: ट्रेनिंग के दौरान स्कूल पर गिरा बांग्लादेश एयरफोर्स का फाइटर जेट, 1 की मौत, 100 घायल
Jagran Desk

बांग्लादेश की राजधानी ढाका सोमवार को एक दर्दनाक हादसे का गवाह बनी, जब बांग्लादेश वायुसेना का एक मेड-इन-चाइना ट्रेनर फाइटर जेट F-7BGI माइलस्टोन स्कूल एंड कॉलेज की इमारत पर गिरकर दुर्घटनाग्रस्त हो गया। हादसे के समय स्कूल में क्लासेस चल रही थीं। अभी तक की जानकारी के मुताबिक, 1 व्यक्ति की मौत हो चुकी है जबकि 100 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं।
बांग्लादेश वायुसेना और स्थानीय प्रशासन ने हादसे की पुष्टि की है। 60 से अधिक घायलों को गंभीर हालत में बर्न इंस्टीट्यूट भेजा गया है, जबकि अन्य को नजदीकी उत्तरा मेडिकल कॉलेज में भर्ती किया गया है। कई घायल बच्चों को वायुसेना के हेलिकॉप्टर की मदद से अस्पताल पहुंचाया गया।
हेलिकॉप्टर से हुए रेस्क्यू, हाथठेले पर भी पहुंचे घायल
घटना स्थल पर अफरा-तफरी का माहौल रहा। सामने आए वीडियो में देखा जा सकता है कि घायल महिलाओं और बच्चों को हाथठेले पर अस्पताल ले जाया जा रहा है। स्कूल परिसर में आग की लपटें और धुएं के गुबार देखे गए। दमकल विभाग की 8 यूनिट मौके पर राहत कार्य में जुटी रही।
फायर सर्विस और सेना ने संभाला मोर्चा
फायर सर्विस के मुताबिक, यह हादसा दोपहर 1:18 बजे हुआ और उनकी टीम चार मिनट के भीतर मौके पर पहुंच गई। राहत और बचाव अभियान में उत्तरा, टोंगी, मीरपुर, पल्लबी और पूर्वाचल के दमकल स्टेशन की यूनिट्स शामिल रहीं। वहीं, बांग्लादेश सेना और वायुसेना भी राहत कार्य में सक्रिय रही।
अंतरिम प्रधानमंत्री यूनुस ने जताया शोक
बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रमुख मोहम्मद यूनुस ने हादसे पर गहरा शोक जताते हुए इसे “देश के लिए अपूरणीय क्षति” बताया। उन्होंने सोशल मीडिया पर कहा कि "मैं घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं और सभी अस्पतालों को हरसंभव सहायता प्रदान करने का निर्देश देता हूं।"
कैसा है F-7BGI जेट?
F-7BGI बांग्लादेश वायुसेना का मल्टीरोल ट्रेनिंग और कॉम्बैट जेट है, जो चीन के J-7 फाइटर जेट पर आधारित है। इसे 2011-13 के बीच वायुसेना में शामिल किया गया था और यह थंडरकैट स्क्वाड्रन का हिस्सा है।
यह विमान 600–650 किमी की कॉम्बैट रेंज तय कर सकता है और इसमें 3,000 किलोग्राम तक के हथियार लगाए जा सकते हैं। यह PL-5, PL-9 मिसाइलों और लेजर गाइडेड बमों से लैस हो सकता है।
दुर्घटना के कारणों की जांच जारी
वायुसेना ने हादसे की तकनीकी जांच शुरू कर दी है। फिलहाल यह स्पष्ट नहीं है कि विमान में तकनीकी खराबी थी या यह मानवीय चूक का मामला है। हादसे की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए गए हैं।