- Hindi News
- टॉप न्यूज़
- सतारा आत्महत्या मामला: “मैं और नहीं सह सकती…” — डॉक्टर संपदा मुंडे का चार पन्नों का दर्दनाक पत्र साम...
सतारा आत्महत्या मामला: “मैं और नहीं सह सकती…” — डॉक्टर संपदा मुंडे का चार पन्नों का दर्दनाक पत्र सामने आया
Jagran Desk
सतारा की महिला डॉक्टर संपदा मुंडे की आत्महत्या मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। जांच समिति को लिखा गया उनका चार पेज का पत्र सामने आया है, जिसमें उन्होंने अपने ऊपर लगे आरोपों को झूठा और निराधार बताया है।
डॉक्टर मुंडे ने पत्र में कई पुलिस अधिकारियों और राजनीतिक व्यक्तियों पर गलत फिटनेस सर्टिफिकेट जारी करने का दबाव डालने का गंभीर आरोप लगाया है।
पुलिस ने कहा है कि पत्र की हैंडराइटिंग की फोरेंसिक जांच करवाई जाएगी, ताकि यह पुष्टि की जा सके कि यह पत्र वास्तव में डॉक्टर मुंडे ने ही लिखा था या नहीं।
राजनीतिक दबाव का किया खुलासा
पत्र में डॉक्टर मुंडे ने बताया कि उन्हें एक आरोपी के लिए गलत फिटनेस सर्टिफिकेट बनाने के लिए मजबूर किया जा रहा था। उन्होंने लिखा कि येरवडा कारागृह से एक आरोपी को अस्पताल लाया गया था, लेकिन उसके बारे में स्पष्ट जानकारी नहीं दी गई। आरोपी का ब्लड प्रेशर हाई था, इसलिए उन्होंने उसे तुरंत भर्ती कर उपचार शुरू किया।
इसके बाद उन्हें पुलिस अधिकारियों की तरफ से फोन पर लगातार दबाव बनाया गया। उन्होंने बताया कि उन्होंने स्थिति स्पष्ट करने के लिए एएसआई जापपत्रे से बात की, लेकिन उन्होंने बातचीत से इनकार कर दिया।
“पुलिस अधिकारी ने धमकाया और गाली दी”
पत्र में आगे लिखा है कि एक पुलिस उपनिरीक्षक ने उन्हें फोन पर धमकाया और झूठे बहाने से थाने बुलाया। जब वह वहां पहुंचीं तो उनके साथ दुर्व्यवहार और गाली-गलौज की गई। उन्होंने इसकी जानकारी वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी को भी दी।
डॉक्टर मुंडे ने लिखा — “मैंने अपनी ड्यूटी पूरी ईमानदारी से निभाई, लेकिन मेरे साथ अपराधी जैसा व्यवहार किया गया। आरोपी का मेडिकल चेकअप तक नहीं हुआ और मुझे डराया गया कि अगर मैंने आवाज उठाई तो मुझे सबक सिखाया जाएगा।”
सांसद और पीए का भी जिक्र
पत्र में यह भी उल्लेख है कि एक सांसद और उनके पीए ने भी आरोपी के लिए सर्टिफिकेट जारी करवाने का दबाव डाला था। इस वजह से वह गहरी मानसिक पीड़ा में थीं।
डॉक्टर मुंडे ने लिखा — “मैंने हमेशा नियमों के अनुसार काम किया है, लेकिन लगातार झूठे आरोप और दबाव ने मुझे तोड़ दिया है। मैं चाहती हूं कि इस मामले की निष्पक्ष जांच हो और सच्चाई सबके सामने आए।”
पुलिस सूत्रों के अनुसार, पत्र में जिन डॉक्टरों, पुलिसवालों और राजनीतिक लोगों के नाम हैं, उनसे पूछताछ की जाएगी।
