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क्रेडिट कार्ड से नकद निकासी से बचें, वरना हो सकता है भारी आर्थिक नुकसान
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आज के समय में क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करना आम बात हो गई है। खासकर नौकरीपेशा लोग इसे अपनी रोजमर्रा की खरीदारी, ऑनलाइन पेमेंट और ऑफ़र का लाभ उठाने के लिए पसंद करते हैं। कैशबैक, रिवॉर्ड प्वाइंट और डिस्काउंट जैसी सुविधाएं इस कार्ड को आकर्षक बनाती हैं। लेकिन कई लोग एक बड़ी गलती कर बैठते हैं—जरूरत पड़ने पर क्रेडिट कार्ड से नकद पैसा निकालना। यह आदत आपके बजट को बुरी तरह हिला सकती है।
नकद निकासी पर भारी शुल्क
क्रेडिट कार्ड से नकद निकालते ही उस पर आमतौर पर 2.5% से 3% तक का कैश एडवांस शुल्क लग जाता है। यह चार्ज निकासी के पहले दिन से ही लागू हो जाता है, यानी ब्याज की गिनती तुरंत शुरू हो जाती है। यदि समय पर भुगतान न किया जाए, तो यह राशि तेजी से बढ़ जाती है।
ATM ट्रांजैक्शन का अतिरिक्त बोझ
कई बार कार्डधारक एटीएम से पैसे निकालते समय अतिरिक्त एटीएम ट्रांजैक्शन शुल्क भी देते हैं। कुछ बैंकों में कुछ ट्रांजैक्शन तक यह शुल्क माफ होता है, लेकिन सीमा पार करते ही अलग से भुगतान करना पड़ता है।
लेट पेमेंट पर सख्त जुर्माना
यदि नकद निकासी के बाद कार्ड बिल का भुगतान देर से किया गया या पूरी रकम का भुगतान नहीं हुआ, तो लेट पेमेंट फीस लग सकती है। यह शुल्क बकाया राशि का 15% से 30% तक हो सकता है, जो आर्थिक बोझ को और बढ़ा देता है।
क्रेडिट स्कोर पर नकारात्मक असर
अधिकतर कार्डों में नकद निकासी की सीमा कार्ड लिमिट के लगभग 40% तक होती है। इस सीमा का उपयोग करने से आपका क्रेडिट यूटिलाइजेशन रेशियो बढ़ जाता है, जिससे क्रेडिट स्कोर पर नकारात्मक असर पड़ सकता है। यदि समय पर भुगतान न हो, तो यह असर और गहरा हो जाता है।
क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल सावधानी से करें। कोशिश करें कि इसे केवल खरीदारी और पेमेंट के लिए ही उपयोग में लाएं, नकद निकासी से बचें। यदि वास्तव में कैश की जरूरत है, तो पर्सनल लोन या अन्य विकल्प पर विचार करें, जिनका ब्याज और शुल्क अपेक्षाकृत कम हो सकता है।