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सिर्फ एक EMI मिस की तो बिगड़ जाएगा पूरा खेल, जानें कितना गिरेगा क्रेडिट स्कोर
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आज के दौर में हर किसी के पास लोन और क्रेडिट कार्ड होना आम बात है। घर खरीदना हो, गाड़ी लेनी हो, या किसी जरूरी खर्च को पूरा करना हो—लोग बैंक और वित्तीय संस्थानों से आसानी से कर्ज ले लेते हैं। लेकिन अक्सर लोग इस बात को हल्के में ले लेते हैं कि “अगर एक किस्त या EMI (Equated Monthly Installment) समय पर नहीं भरी तो ज्यादा फर्क नहीं पड़ेगा”। सच यही है कि सिर्फ एक बार EMI चूक जाने से भी आपका क्रेडिट स्कोर बुरी तरह प्रभावित हो सकता है, और इसका असर आपके पूरे वित्तीय भविष्य पर पड़ सकता है।
EMI मिस करने पर क्या होता है?
क्रेडिट स्कोर यानी CIBIL स्कोर, आपके वित्तीय अनुशासन का आईना होता है। यह 300 से 900 तक के बीच का अंक है, और 750 से ऊपर का स्कोर अच्छा माना जाता है। अब जानिए कि सिर्फ एक EMI मिस करने पर यह स्कोर कितनी तेजी से नीचे गिरता है—
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1 से 7 दिन की देरी: बैंक इस पर ज्यादा सख्त नहीं होते, लेकिन आपकी रिकॉर्डिंग में यह एंट्री हो जाती है। स्कोर पर तुरंत असर नहीं दिखेगा, लेकिन बार-बार होने पर समस्या गहराती है।
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30 दिन की देरी: यह सबसे खतरनाक पड़ाव है। बैंक आपके अकाउंट को “Overdue” मान लेते हैं। इससे आपका स्कोर 50–100 अंक तक गिर सकता है।
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60 दिन की देरी: इस स्तर पर बैंक अलर्ट हो जाते हैं और आपकी प्रोफ़ाइल पर निगरानी बढ़ जाती है। भविष्य में नया लोन या क्रेडिट कार्ड लेना मुश्किल हो सकता है।
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90 दिन से ज्यादा देरी: बैंक आपके खाते को NPA (Non-Performing Asset) घोषित कर देते हैं। यह आपकी पूरी वित्तीय साख को बर्बाद कर देता है और स्कोर में 150–200 अंकों की गिरावट आ सकती है।
EMI मिस करने का सीधा असर
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क्रेडिट स्कोर पर मार – CIBIL स्कोर का करीब 35% हिस्सा पेमेंट हिस्ट्री पर आधारित होता है। यानी, आपकी एक भी गलती सीधे अंक काट देती है।
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लोन रिजेक्ट होने का खतरा – अगर आपका स्कोर 750 से गिरकर 650 या 600 तक पहुंच गया तो बैंक आपको हाई-रिस्क ग्राहक मानते हैं। ऐसे में न तो नया होम लोन मिलेगा, न पर्सनल लोन, और न ही क्रेडिट कार्ड।
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ब्याज दरें बढ़ जाती हैं – जिन लोगों का स्कोर कमजोर होता है, उन्हें बैंक लोन तो देते भी हैं तो ज्यादा ब्याज दर पर। यानी, एक EMI चूकने की गलती आपके लिए सालों तक महंगी साबित हो सकती है।
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भविष्य की ज़रूरतें अधूरी – अचानक किसी मेडिकल इमरजेंसी, बिज़नेस एक्सपैंशन या घर बनाने की ज़रूरत पड़ी और आपका स्कोर खराब है, तो लोन मिलना लगभग नामुमकिन हो जाएगा।
EMI चूकने के बाद कैसे सुधारें हालात?
अगर किसी वजह से आपकी EMI चूक गई है, तो घबराने के बजाय तुरंत कदम उठाना जरूरी है।
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तुरंत बकाया जमा करें – देरी का समय जितना कम होगा, नुकसान भी उतना ही कम होगा।
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बैंक से बात करें – अगर आपके पास लगातार किस्तें भरने की क्षमता नहीं है तो बैंक से री-शेड्यूलिंग या मोराटोरियम का विकल्प मांगा जा सकता है।
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क्रेडिट कार्ड पर अनुशासन – न्यूनतम राशि भरने के बजाय पूरा बिल भरें। यह आपके स्कोर को धीरे-धीरे वापस सुधारने में मदद करेगा।
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नियमित भुगतान की आदत – लगातार 6 महीने से 1 साल तक समय पर EMI भरने से आपका स्कोर धीरे-धीरे ऊपर उठ सकता है।