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सोना-चांदी ऑलटाइम हाई पर, निवेशकों की बढ़ी दिलचस्पी
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सोना ₹2,191 उछलकर ₹1.34 लाख प्रति 10 ग्राम पहुंचा, चांदी ₹7,660 बढ़कर ₹2.08 लाख किलो पर
घरेलू सर्राफा बाजार में सोमवार को सोने और चांदी की कीमतें रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गईं। इंडिया बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन (IBJA) के मुताबिक, 22 दिसंबर को सोने की कीमत 2,191 रुपए बढ़कर 1,33,970 रुपए प्रति 10 ग्राम हो गई। वहीं चांदी 7,660 रुपए महंगी होकर 2,07,727 रुपए प्रति किलो पर पहुंच गई। दोनों कीमती धातुओं ने अब तक का सबसे ऊंचा स्तर छू लिया है।
IBJA के आंकड़ों के अनुसार, इससे पहले सोना 1,31,779 रुपए प्रति 10 ग्राम और चांदी 2,00,067 रुपए प्रति किलो पर थी। साल 2025 में अब तक सोना कुल 57,808 रुपए और चांदी 1,21,710 रुपए महंगी हो चुकी है। कीमतों में आई इस तेज उछाल ने निवेशकों के साथ-साथ आम खरीदारों की चिंता भी बढ़ा दी है।
विशेषज्ञों के मुताबिक, अंतरराष्ट्रीय बाजार में कमजोर डॉलर, वैश्विक भू-राजनीतिक तनाव और केंद्रीय बैंकों की भारी खरीदारी के चलते सोने की मांग मजबूत बनी हुई है। अमेरिका में ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद से डॉलर कमजोर हुआ है, जिससे सोने की होल्डिंग कॉस्ट कम हुई और निवेशकों ने सुरक्षित विकल्प के तौर पर इसमें निवेश बढ़ाया।
रूस-यूक्रेन युद्ध और पश्चिम एशिया में जारी तनाव ने भी सोने को सुरक्षित निवेश के रूप में और मजबूत किया है। इसके अलावा चीन समेत कई देशों के केंद्रीय बैंक अपने विदेशी मुद्रा भंडार में सोना बढ़ा रहे हैं। अनुमान है कि सालभर में केंद्रीय बैंकों की खरीदारी 900 टन से अधिक रही है, जिससे कीमतों को समर्थन मिला।
चांदी की कीमतों में तेजी के पीछे औद्योगिक मांग बड़ा कारण मानी जा रही है। सोलर पैनल, इलेक्ट्रॉनिक्स और इलेक्ट्रिक वाहनों (EV) में चांदी का उपयोग लगातार बढ़ रहा है। विशेषज्ञों का कहना है कि चांदी अब केवल ज्वेलरी तक सीमित नहीं रही, बल्कि एक अहम औद्योगिक कच्चा माल बन गई है।
इसके अलावा अमेरिका में संभावित टैरिफ नीतियों को लेकर अनिश्चितता के चलते वहां की कंपनियां चांदी का भारी स्टॉक जमा कर रही हैं। इससे वैश्विक आपूर्ति पर दबाव बढ़ा और कीमतें ऊपर चढ़ीं। मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में भी कच्चे माल की कमी के डर से पहले से खरीदारी बढ़ी है।
IBJA ने स्पष्ट किया है कि उसके द्वारा जारी कीमतों में 3% GST, मेकिंग चार्ज और ज्वेलर्स का मार्जिन शामिल नहीं होता। इसी वजह से अलग-अलग शहरों में सोने-चांदी के दाम अलग हो सकते हैं। इन दरों का उपयोग रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) सोवरेन गोल्ड बॉन्ड और कई बैंक गोल्ड लोन की कीमत तय करने में करते हैं।
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