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धनतेरस 2025 से पहले क्यों बढ़ रहा है सोने का भाव? जानिए 6 बड़े कारण, निवेशकों को क्या करना चाहिए
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धनतेरस से पहले सोने की चमक फिर बढ़ गई है। त्योहारी सीजन के नजदीक आते ही बाजार में गोल्ड रेट नए रिकॉर्ड की ओर बढ़ रहे हैं। मंगलवार को हल्की गिरावट के बाद शाम तक सोना ₹1.30 लाख प्रति 10 ग्राम के पार चला गया। लगातार बढ़ती कीमतों से आम खरीदार चिंतित हैं, जबकि निवेशक इसे नए संकेत के रूप में देख रहे हैं। आखिर सोने के दाम में ये तेजी क्यों आई है? आइए जानते हैं इसके छह प्रमुख कारण।
1. त्योहारों में बढ़ी खरीदारी
धनतेरस और दिवाली पर सोने की खरीद शुभ मानी जाती है। ज्वैलर्स और रिटेलर्स पहले से ही भारी मात्रा में स्टॉक जुटा रहे हैं, जिससे डिमांड बढ़ी और कीमतों में उछाल आया है। त्योहारों के मौसम में यह मौसमी तेजी सामान्य है, लेकिन इस बार अंतरराष्ट्रीय कारक भी इसके पीछे हैं।
2. डिजिटल गोल्ड और ETFs में तेजी
आज के निवेशक पारंपरिक आभूषणों से ज्यादा गोल्ड ETFs, डिजिटल गोल्ड और सोवरेन गोल्ड बॉन्ड जैसे आधुनिक विकल्पों में निवेश कर रहे हैं। इन प्लेटफॉर्म्स पर बढ़ती खरीदारी ने सोने की निवेश मांग को ऊंचा कर दिया है, जिससे दामों पर सीधा असर पड़ा है।
3. केंद्रीय बैंकों की गोल्ड होड़
पिछले दस वर्षों में कई देशों के सेंट्रल बैंकों ने सोने का भंडार दोगुना कर लिया है।
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रूस और भारत ने अपने भंडार में लगभग 1.6 गुना की वृद्धि की है।
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चीन ने भी 1.3 गुना अधिक सोना जोड़ा है।
यह निरंतर सरकारी खरीद अंतरराष्ट्रीय बाजार में आपूर्ति पर दबाव बनाकर दामों को ऊंचा बनाए हुए है।
4. वैश्विक तनाव और आर्थिक अनिश्चितता
रूस-यूक्रेन युद्ध, पश्चिम एशिया में अस्थिरता और अमेरिका-चीन के बीच बढ़ते व्यापारिक विवादों ने निवेशकों को सेफ-हेवन एसेट्स यानी सोने की ओर मोड़ दिया है। ऐसे हालात में सोना आर्थिक अनिश्चितता के दौर में सुरक्षा कवच बन जाता है, जिससे इसकी कीमत में उछाल आना स्वाभाविक है।
5. रुपये की गिरावट और महंगा आयात
भारत लगभग 86% सोना आयात करता है, इसलिए जब डॉलर के मुकाबले रुपया कमजोर होता है, तो सोना महंगा पड़ता है। रुपये के अवमूल्यन से आयात की लागत बढ़ने पर घरेलू बाजारों में भी सोने की कीमतें तेजी पकड़ती हैं। यह फैक्टर इस समय भारतीय बाजार में मुख्य भूमिका निभा रहा है।
6. अमेरिकी फेड रेट कट से डॉलर कमजोर
17 सितंबर 2025 को अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने ब्याज दरों में 25 बेसिस पॉइंट्स की कटौती की थी। इसके बाद डॉलर कमजोर हुआ और सोने की कीमतों में तेजी देखी गई। अब बाजार को उम्मीद है कि अक्टूबर में फेड एक और रेट कट कर सकता है। ब्याज दर घटने से डॉलर की वैल्यू गिरती है और निवेशक सोने की ओर रुख करते हैं, जिससे कीमतें और बढ़ती हैं।
धनतेरस पर निवेश से पहले क्या करें
विशेषज्ञों का मानना है कि निकट भविष्य में सोना थोड़ी और तेजी दिखा सकता है।
हालांकि, जो लोग निवेश करना चाहते हैं, उनके लिए गोल्ड ETF या डिजिटल गोल्ड एक सुरक्षित विकल्प माना जा रहा है।
धनतेरस से पहले कीमतों की चाल पर नजर रखना और छोटी किस्तों में खरीदारी करना समझदारी भरा कदम होगा।