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चाय को ‘वाह ताज’ बनाने वाले उस्ताद जाकिर हुसैन, तबले से बदल दिया मार्केटिंग का फंडा
JAGRAN DESK

अपने तबले की थाप से उस्ताद जाकिर हुसैन ने ताजमहल चाय को 'वाह ताज' के नाम से मशहूर कर दिया. उनके अनूठे स्टाइल ने मार्केटिंग कैंपेन को एक नया रंग-रूप दिया. आज भी इस बात पर यकीन करना मुश्किल है कि सिर्फ तबले के इस्तेमाल से एक ब्रांड इतनी बुलंदियों पर कैसे पहुंच गया.
ताजमहल चाय को ‘वाह ताज’ नाम से पहचान दिलाने वाले जाकिर हुसैन अब इस दुनिया में नहीं रहे. सोमवार सुबह उनके परिवार ने उनके निधन की पुष्टि की है. भारत का एक प्रीमियम चाय ब्रांड, जिसका मालिकाना हक एक ब्रिटिश कंपनी के पास है, वो देश भर में ‘वाह ताज’ के नाम भी जाना जाता है. इस अनोखे काम को हकीकत में बदलने वाला कोई और नहीं बल्कि भारत के मशहूर तबला वादक उस्ताद जाकिर हुसैन हैं. आपने ब्रुक बॉन्ड ताजमहल चाय का एड जरूर देखा होगा, जिसमें जाकिर हुसैन तबला बजाते हुए ताजमहल चाय को ‘वाह ताज’ कहकर पुकारते हैं.
ताजमहल चाय को ‘वाह ताज’ की पहचान दिलाने वाले उस्ताद जाकिर हुसैन ही हैं. जब जाकिर हुसैन का ये एड रिलीज हुआ तब जाकर घर-घर में ताजमहल चाय को पहचान मिली. ऐसा नहीं है कि ताजमहल उस समय का बिलकुल नया टी ब्रांड था. ब्रुक बॉन्ड ताजमहल चाय की शुरुआत 1966 में कोलकाता से हुई थी. यह एक प्रीमियम टी ब्रांड है, जो हाई-क्वालिटी चाय की पत्ती के लिए जाना जाता है.
ताजमहल चाय को भारत से जोड़ने की कवायद
शुरुआत में ताजमहल ताय का एड ‘आह ताज’ पर आधारित था, और अब तक जाकिर हुसैन की एंट्री नहीं हुई थी. ताजमहल चाय को एक वेस्टर्न ब्रांड की नजर से देखा जाता था. इसलिए कंपनी इसे भारतीयता के साथ जोड़ना चाहती थी, ताकि देश के मिडिल क्लास को अट्रैक्ट किया जा सके.
एड के लिए सेट किए 3 पैमाने
अब ताजमहल चाय के रिलॉन्च की बारी थी और एटवर्टाइजमेंट एजेंसी को ऐसे चेहरे की जरूरत थी, जो इस टी ब्रांड की डिमांड को पूरी करता हो. रंग, खुशबू और स्वाद, ये तीन पैमाने थे जिनके ऊपर ताजमहल चाय का एड बनना था. एड के चेहरे के तौर पर उस्ताद जाकिर हुसैन को चुना गया.
एड के लिए जाकिर हुसैन का चुनाव
जाकिर हुसैन की शख्सियत ताजमहल चाय के तीनों पैमानों के लिए परफेक्ट चॉइस थी. जाकिर न केवल देश के बड़े तबला वादक थे, बल्कि अमेरिका में रहते थे, और उनकी पर्सनैलिटी में एक खास यूनीकनेस थी.
ताजमहल चाय के एड के लिए जाकिर हुसैन आगरा आए. एड की शूटिंग के दौरान बैकग्राउंड में ताजमहल था. जब जाकिर हुसैन चाय की चुस्की लेते हैं, तो उनके तबले की थाप की तारीफ में ‘वाह, उस्ताद वाह!’ बोला जाता है. मगर जाकिर हुसैन जवाब देते हुए कहते हैं, ‘अरे हुज़ूर, वाह ताज बोलिए!’
जाकिर हुसैन के अलावा एक अन्य तबला वादक आदित्य कल्याणपुर भी ताजमहल चाय के टीवी कमर्शियल में नजर आए.
जाकिर हुसैन और ताजमहल चाय की जुगलबंदी
इस एड में जाकिर हुसैन की तबले के साथ सालों पुरानी प्रैक्टिस साफ नजर आती है. ज्यादातर लोग इस एड के जरिए ही जाकिर हुसैन की तबले पर परफेक्शन देख पाए. वरना तो रेडियो पर ही उनके तबले की थाप सुनाई देती थी.

ताजमहल चाय के एड में उस्ताद जाकिर हुसैन.
इस टीवी कमर्शियल को काफी सफलता मिली और इंडियन मार्केट में ताजमहल चाय को बढ़िया रिस्पॉन्स मिला. कंपनी इस एड की अहमियत को पहचान गई. इसलिए उसने क्लासिकल म्यूजिक से मुंह नहीं मोड़ा.
ब्रुक बॉन्ड ताजमहल चाय, हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड (HUL) का प्रोडक्ट है, जो ब्रिटिश कंपनी यूनिलीवर की सब्सिडियरी कंपनी है. इस कंपनी ने काफी समय तक तबला जादूगर के साथ अपनी पार्टनरशिप जारी रखी. बाद में HUL ने मशहूर सितार वादक पंडित नीलाद्रि कुमार और संतूर वादक पंडित राहुल शर्मा के साथ टीवी कमर्शियल किए.