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श्रावण मास में दिव्यता से नहाए बाबा महाकाल: 16 जुलाई की भस्म आरती में चढ़ा रजत मुकुट, रुद्राक्ष और भांग का विशेष श्रृंगार
Dharm desk

श्रावण माह के पावन अवसर पर उज्जैन स्थित विश्वविख्यात श्री महाकालेश्वर मंदिर में 16 जुलाई, बुधवार तड़के विशेष भस्म आरती के दौरान बाबा महाकाल का दिव्य श्रृंगार किया गया। कृष्ण पक्ष की षष्ठी तिथि पर मंदिर के कपाट सुबह 3 बजे खोले गए।
सबसे पहले बाबा का जलाभिषेक किया गया और फिर पंचामृत – दूध, दही, घी, शहद और फलों के रस से अभिषेक संपन्न हुआ।
इसके बाद भगवान शिव को भस्म अर्पित की गई और उन्हें त्रिपुंड चंद्र एवं रजत मुकुट पहनाकर अलौकिक श्रृंगार से विभूषित किया गया। इस दौरान शेषनाग का रजत मुकुट, रुद्राक्ष की माला, चंदन, सुगंधित फूलों की माला और सूखे मेवों से विशेष श्रृंगार किया गया। महाकाल को भोग स्वरूप फल और मिष्ठान अर्पित किया गया।
भोर की भस्म आरती में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने भाग लिया। श्रद्धालुओं ने नंदी महाराज के कान में मनोकामनाएं कहकर आशीर्वाद मांगा। मंदिर परिसर “जय महाकाल” के जयघोष से गूंज उठा और हर ओर आध्यात्मिक ऊर्जा की अनुभूति हुई।
श्रावण माह में प्रतिदिन महाकाल की विशेष पूजा-अर्चना और भस्म आरती में देशभर से श्रद्धालुओं का सैलाब उज्जैन पहुंच रहा है। मंदिर प्रशासन ने दर्शन व्यवस्था को सुव्यवस्थित बनाए रखने के लिए विशेष प्रबंध किए हैं।