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गंगा दशहरा 2025: पुण्य और सुख-शांति के लिए करें ये 7 खास उपाय
Dharm Desk

गंगा मैया की कृपा से जीवन के संकट होंगे दूर, मिलेगा आरोग्य और पितृशांति
गंगा दशहरा के दिन गंगा स्नान और दान के साथ-साथ कुछ विशेष उपाय करने से जीवन में सुख-समृद्धि, आरोग्यता, पापों से मुक्ति और पितृ दोष से छुटकारा मिलता है। 2025 में यह पर्व 5 जून को मनाया जाएगा, जब रवि योग और सिद्धि योग का दुर्लभ संयोग बन रहा है। यह समय उपायों के लिए अत्यंत फलदायी माना जा रहा है।
गंगा दशहरा के दिन के 7 शुभ उपाय
1. गंगा जल से स्नान और घर में छिड़काव
गंगा दशहरा पर ब्रह्म मुहूर्त में गंगाजल से स्नान करें। यदि गंगा नदी तक नहीं पहुंच सकते तो गंगाजल मिलाकर स्नान करें।
🔹 स्नान के बाद गंगाजल का छिड़काव पूरे घर में करें, इससे नकारात्मक ऊर्जा नष्ट होती है।
2. पितृ तर्पण करें
इस दिन पितरों के निमित्त तर्पण और जल अर्पण करने से पितृ दोष दूर होता है।
🔹 "ॐ पितृभ्यः स्वधा नमः" मंत्र का 108 बार जप करें।
3. गरीबों और जरूरतमंदों को दान दें
गंगा दशहरा पर शीतल वस्तुएं जैसे – जलकुंभ, छाता, कपड़ा, चीनी, खरबूजा, आम, पंखा आदि दान करें।
🔹 यह दान रोग, शोक और दरिद्रता को दूर करता है।
4. गंगा स्तुति मंत्रों का जाप करें
गंगा मैया की कृपा पाने के लिए निम्न मंत्रों का जाप करें:
"गंगे च यमुने चैव गोदावरी सरस्वती।
नर्मदे सिन्धु कावेरी जले अस्मिन् सन्निधिं कुरु।।"
"गंगा गंगेति यो ब्रूयाद् योजनानां शतैरपि।
मुच्यते सर्वपापेभ्यो विष्णुलोकं स गच्छति।।"
5. तुलसी के पौधे में जल चढ़ाएं
गंगा जल में मिलाकर तुलसी के पौधे में अर्पण करें।
🔹 इससे घर में सुख-शांति बनी रहती है और लक्ष्मी का वास होता है।
6. नीले वस्त्र पहनें और ध्यान करें
इस दिन नीले या सफेद रंग के वस्त्र धारण कर ध्यान करें।
🔹 यह शारीरिक और मानसिक शुद्धता प्रदान करता है।
7. 10 पत्तों की पूजा करें
गंगा दशहरे पर 10 प्रकार के पत्तों (दशपर्णी) से पूजा करना शुभ माना गया है।
🔹 इससे दसों दिशाओं से सकारात्मक ऊर्जा प्राप्त होती है।
विशेष टिप्स
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गंगा जल को ताम्बे के लोटे में रखें और नियमित पूजा में इस्तेमाल करें।
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इस दिन कोई भी गलत कार्य या झूठ न बोलें।
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रात्रि को दीपदान करें और गंगा तट पर आरती करें (संभव हो तो)।
गंगा दशहरे का पर्व सिर्फ गंगा स्नान का ही नहीं, बल्कि आत्मशुद्धि, पितृ शांति और दान-पुण्य का दिन है। ऊपर बताए गए उपायों को विधिपूर्वक करें, मां गंगा की कृपा से जीवन में चमत्कारी परिवर्तन संभव है।